राज फिर आजाद, अत्याचार जारी
नासिक में भड़की हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गयी. मृतक की शिनाख्त हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स के कर्मचारी अंबादास धारराव 50 के रूप में की गयी है. वह अडगांव में एक की बस में चढ़ रहे था कि पथराव का शिकार हो गया.
पुलिस सूत्रों के अनुसार नासिक रोड, देवलाली कैंप, सिडको, अंबड, कनाड कार्नर, कलीना मंदिर क्षेत्र और मुंबई नाका इलाकों से हिंसा की खबरें हैं. सिडको में एक कपडों और एक मिठाई की दुकान जलाने के अलावा देवलाली में दो बसों को क्षति पहुंचाने की खबर है. मुंबई नाका पर भीड ने एक बस जलाने की कोशिश की पर पुलिस और दमकल विभाग ने उसे विफल कर दिया.
इसी बीच राज ठाकरे की गिरफ्तारी के बाद मनसे द्वारा व्यापक स्तर पर हिंसा किए जाने के डर से महाराष्ट्र छोड़ कर वापस जाने वाले उत्तर भारतीयों की संख्या 10,000 तक पहुंच चुकी है तथा इसमें लगातार वृद्धि जारी है.
राज ठाकरे के दल की दबंगई और खौफ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दादर-भागलपुर एक्सप्रेस से वापस जा रही नगमा नामक एक गर्भवती महिला को ट्रेन के शौचालय में ही प्रसव के लिए मजबूर होना पड़ा.
सूत्रों
के
अनुसार
महाराष्ट्र
में
फैली
इस
उत्तर
भारतीय
विरोधी
हिंसा
का
सबसे
बुरा
शिकार
नासिक
में
रह
रहे
उत्तर
भारतीयों
को
होना
पड़ा
है.