सेतु समुद्रम के बाद नौसेना को निगरानी बढानी पडेगी...श्रीलंका
नयी दिल्ली. 14 फरवरी .वार्ता. श्रीलंका के नौसेना प्रमुख वाइस एडमिरल वसंत करण गौडा ने पाक जलडमरू मध्य में प्रस्तावित सेतुसमुद्रम परियोजना से जुडे सुरक्षा संबंधी खतरों की आेर संकेत करते हुए आज कहा कि नए जल मार्ग को सुरक्षित रखने के लिए दोनों देशों की नौसेनाओं को निगरानी बढानी पडेगी1 यहां भारतीय नौसेना द्वारा आयोजित हिंद महासागरीय देशों के सम्मेलन इंडियन आेशन नेवल सिम्पोजियम में हिस्सा लेने आए श्रीलंका के नौसेना प्रमुख ने सवालों के जवाब कहा कि लिबरेशन टाइगर्स आफ तमिल ईलम का खतरा तो है ही लेकिन श्रीलंका और भारत की नौसेना निगरानी बढा दे तो जल मार्ग से गुजरने वाले जहाजों को सुरक्षित रखा जा सकता है
एडमिरल गौडा का यह बयान ऐसे समय आया है जब सेतु समुद्रम परियोजना से जुडे सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर भारतीय तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना के प्रमुखों की अलग अलग राय सामने आ चुकी है1 तटरक्षक बल के प्रमुख वाइस एडमिरल रूसी कांट्रैक्टर यह कह चुके हैं और इस परियोजना से सुरक्षा. यातायात और पर्यावरण संबंधी कई चुनौतियां जुडी हैं1 लेकिन भारतीय नौसेना का मानना है कि अगर कोई परियोजना देश के लिए अच्छी और फायदेमंद हो तो सुरक्षा के पहलुओं की चुनौती निपटने की बात सोची जानी चाहिये1 नौसेना प्रमुख एडमिरल सुरीश मेहता ने साफ कहा है कि देश की सेनाएं सुरक्षा के खतरों से निपटने के लिए ही बनी हैं और खतरों को देखकर हमें हाथ नहीं खडे करने चाहिये
दूसरी आेर इंस्टीट्यूट आफ साउथ ईस्ट एशियन स्टडीज के सीनियर रिचर्स फैलो माइकल रिचर्डसन ने कहा कि सेतु समुद्रम नहर बनने से भारत के पूर्वी और पश्चिमी तट आपस में जुड जाएंगे और ..बोनस.. के तौर लिट्टे पर भी शिकंजा कस जाएगा
कौशिक संजीव अजय वीरेन्द्र1710 वार्ता