पूर्वोत्तर के विकास के लिए शांति पहली शर्तः मनमोहन

इस अवसर पर राज्य के मुख्यमंत्री दोरजी खांडम, राज्यपाल जनरल, अवकाश प्राप्त, जोगिन्दर जसवन्त सिंह एवं पुलिस महानिदेशक अजय चड्ढा भी उपस्थित थे. प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार दौरे पर यहां आए डॉ. सिंह कल यहां पहुंचे.
प्रधानमंत्री आज सुबह ही लोहितपुर चले गए जहां उन्होंने सेना एवं आईटीबीपी के जवानों से मुलाकात की. चीन की सीमा के पास स्थित अनजाव जिले के किबिथो भी जाने का उनका कार्यक्रम था पर बाद में उसे रद्द कर दिया गया.
जवानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा यह समय की मांग है कि इस क्षेत्र में स्थायी शांति की स्थापना हो. जवानों के भाग दौड की स्थिति और ट्रांजिट संबंधी दिक्कतों का उल्लेख करते हुए डॉ. सिंह ने डेबान "सेंगे" लिकाबाली और मिसामारी में ट्रांजिट कैम्पों की सुविधा में विस्तार के लिए 60 लाख रूपए के अनुदान की घोषणा की.
इसके साथ ही उन्होने सुबनसिरि, सियांग, लोहित, दिबांग घाटी एवं लोअर दिबांग घाटी में सैटेलाइट टेलीफ्नो सुविधा के लिए 30 लाख रूपए के अनुदान देने की घोषणा की.
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