विकास के लिए सुधार जरूरी: वित्त मंत्री
श्री चिदंबरम ने आज यहां मंत्रालय से जुडी संसदीय सलाहकार समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में सुधारों को आगे बढाने और परियोजनाओं पर ठीक से अमल करने से 11वीं पंचवर्षीय योजना में विकास की तेज रफ्तार को और मजबूती दी जा सकती है. उन्होंने कहा कि यही एक रास्ता है जिससे वित्तीय जबावदेही और बजट प्रबंधन अधिनियम में तय लक्ष्यों को हासिल किया जा सकता है.
वित्त मंत्री ने समिति के सदस्यों से सुधारों को आगे बढाने और आर्थिक विकास की तेज गति को बनाये रखने के लिये सुझाव मांगे ताकि आगामी बजट में उस दिशा में कदम उठाया जा सके. श्री चिदंबरम ने सदस्यों को अर्थव्यवस्था की स्थिति और कर क्षेत्र में हो रहे सुधार की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पांच साल पहले सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की तुलना में कर राजस्व 8.2 प्रतिशत पर था. अनुमान है कि इस वर्ष यह करीब 12 प्रतिशत तक पहुंच जायेगा.
उन्होंने कहा कि कर राजस्व में हुई इस वृद्धि से सरकार को सामाजिक और ढांचागत क्षेत्र की परियोजनाओं के लिये अधिक संसाधन उपलब्ध कराने में मदद मिली है. इस साल के बजट में 548122 करोड रुपये रहने की राजस्व प्राप्ति का अनुमान लगाया गया है.
आज की बैठक में श्री जीवाभाई ए. पटेल, के.सी. सिहंबाबा, प्रहलाद जोशी, पुष्प जैन, मोहम्मद सलीम, तुकाराम जी. गदक, पी.सी. थामस, तरित बरन तोपदार, डा. सी. कृष्णन, हरेंद्र सिहं मलिक, राजकुमार धूत, ए.विजय राघवन, एक.एम. लालजन बाशा, अबनी राय, बिमल जालान, बी.जे. पांड्या, राहुल बजाज और दिनेश त्रिवेदी उपस्थित थे.
वित्त राज्यमंत्री एस.एस. पलानीमणिक्कम और पवन कुमार बंसल के साथ वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में मौजूद थे.