कन्या भ्रुणहत्या रोकने के लिये शिशु पालन केन्द्र
इस केन्द्र में बच्चों को स्वास्थ्य संबंधी सभी सुविधाएं जिला प्रशासन द्वारा मुहैया करवाई जाएंगी.जिन नवजात बच्चों को उनके माता पिता किसी अस्पातल या अन्य जगहों पर छोड़ देते हैं. उन बच्चों का पालन-पोषण भी इस केन्द्र में किया जायेगा.
ऐसी स्थिति में पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर बच्चे के माता पिता का पता लगाने के प्रयास किए जाएंगे और माता पिता मिल जाने के उपरान्त भी यदि वे बच्चों को रखने के लिये तैयार नहीं होगें तो उनसे बच्चा छोड़ने का दस्तावेज तथा प्रमाण पत्र लिया जायेगा.
किसी संस्था या किसी व्यक्ति को यदि कोयी लावारिस बच्चा मिलता है तो वे संस्थाएं एवं व्यक्ति भी बच्चों को शिशु पालन केन्द्र में छोड़ सकते है. उनसे बच्चों के बारे मे पूछताछ की जाएगी तथा पता लगाया जाएगा कि बच्चा किन परिस्थितियों में किस जगह से मिला है.
इसके अतिरिक्त सरकार द्वारा कन्या भू्रण हत्या को रोकने के लिये की जा रही कड़ी कार्रवाई के कारण जो महिलाएं गर्भपात नहीं करवा रही है और वे यदि कन्या को जन्म देती है और उन्हें पालने से इन्कार करती है तो ऐसी कन्याओं का लालन-पालन भी इस शिशु केन्द्र में किया जाएगा.