राष्ट्रीय. सामाजिक संपादक. रघुवंश दो नयी दिल्ली
डा0 सिंह ने .अंतिम आदमी के कल्याण. तथा .छोटे कदम पहले चलने. के महात्मा गांधी के आग्रह की याद दिलाते हुये कहा कि बैंकों में 20 लाख करोड की भारी रकम जमा रहने. उनकी गैर उत्पादक परिसंपत्ति डेढ लाख करोड पये तक पहुंच जाने तथा सरकारी नौकरियों में लगातार कमी के मौजूदा दौर में स्वरोजगार ही एकमात्र रास्ता है और स्व..सहायता समूहों .एसएचआे. का गठन इसमें महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि अगर एक एसएचजी में गरीबी रेखा से नीचे .बीपीएल. के दस परिवारों के भी सदस्य शामिल हों. तो 54 लाख एसएचजी से करीब साढे पांच करोड परिवार लाभान्वित होंगे और इन समूहों के आर्थिक गतिविधियों की श्रेणी में पहुंचने से परिवारों को 3000 पये तक की अतिरिक्त मासिक आय हो सकती है1 उन्होंने कहा कि पांच लाख एसएचजी आर्थिक गतिविधियों की श्रेणी तक उन्नत हो चुके हैं और सरकार का लक्ष्य 2015 तक सभी स्वयं सहायता समूहों को इस श्रेणी में पहुंचाना है1 उन्होंने तीन दिन के इस सम्मेलन में राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना .एनआईईजीए. तथा मंत्रालय के तत्वावधान में चल रही भारत निर्माण योजना के विभिन्न घटक कार्यक्रमों के अमल की स्थिति की जानकारी देते हुए बताया कि रोजगार गांरटी के तहत 2006..07 में जहां 90 करोड मानव श्रम दिवस का निर्माण हुआ था और दो करोड दस लाख परिवारों को रोजगार दिया गया था. वहीं इस वर्ष के अंत तक मानव श्रम दिवसों की संख्या 140 करोड तथा लाभान्वित परिवारों की संख्या तीन करोड 50 लाख तक पहुंच जाने की संभावना है
राजेश रीता मनोरंजन 1829 जारी.वार्ता.