हम अगले वर्ष भी 8.5 प्र.श. अर्थिक वृद्धि की उम्मीद कर सकते हैं. रेड्डी
नई दिल्ली 29 जनवरी.वार्ता. रिजर्व बैंक के गर्वनर डा वाई वेणुगोपाल रेड्डी ने आज कहा कि घरेलू अर्थव्यवस्था कुल मिला कर पटरी पर है पर विदेशी बाजारों की आेर से होने वाले जोखिम काफी बढ गए हैं
श्री रेड्डी के अनुसार पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष की आर्थिक वृद्धि दर में हल्की नरमी रिजर्व बैंक के अनुमानों के अनुरूप ही है और निवेश की मांग और पूर्ति में संतुलन के अनुकूल है1 श्री रेड्डी 2007..08 की मौद्रिक नीति की तीसरी तिमाही की समीक्षा के बाद मुंबई में अपने कार्यालय से टेली कान्फ्रंेस के जरिए संवादाताओं से बात कर रहे थे1 तिमाही समीक्षा में रिजर्व बैंक ने अपनी ब्याज दरों और वाणिज्यिक बैंकों पर आरक्षित नकदी. सीआरआर. की शर्त में कोई बदलाव नहीं किया है और मार्च 2008 मेंसमाप्त होने जा रहे वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद. जीडीपी.में 8.5 प्रतिशत के इर्द गिर्द की वृद्धि का अनुमान लगाया है1 श्री रेड्डी ने कहा कि हम 2009 में भी 8.5 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद कर सकते हैं1 तिमाही समीक्षा में चालू वित्तीय वर्ष के दौरान मुद्रा स्फीति की दर 4.0 से 4.5 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान है1 श्री रेड्डी ने कहा कि .. घरेलू बाजार में मुद्रा स्फीति का दबाव बना हुआ है इस लिए रिजर्व बैंक की नीति में इस बात पर विशेष ध्यान रखा गया है1 गवर्नर ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जिंसों की कीमतों में दबाव और वित्तीय बाजारों की उथल पुथल तथा विश्व की सबसे बडी अर्थव्यवस्था अमरीका पर मडरा रहे मंदी के खतरे का उल्लेख करते हुए कहा कि ..घरेलू आर्थिक परिस्थितियां उम्मीदों के अनुसार ही चल रही है पर पिछले तीन माह में अंतर्राष्ट्रीय बाजार के हालात में नाटकीय बदलाव आए हैं और जोखिम बढ गए है1 उन्होंने कहा ..पहले उम्मीद थी कि ये जोखिम जल्दी दूर हो जाएंगे पर अब इन्हें ले कर अनिश्चितता बढ गयी है1 पर उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंकी ने घरेलू परिस्थितियों को प्राथमिकता दी है
मनोहर/नीलिमा.राणा 1808जारी वार्ता