फिर पाकिस्तान लौटेगा स्काटलैंड यार्ड दल
इस्लामाबाद 28 जनवरी: पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या की जांच कर रहे स्काटलैंड यार्ड का दल अगले महीने यहां वापस आयेगा. स्थानीय मीडिया ने आज खबर दी कि इस दल को पहले 27 जनवरी को पाकिस्तान लौटना था. लौटने में हो रही देरी के कारणों का खुलासा नहीं किया गया है और ब्रिटिश उच्चायोग ने दावा किया है कि जांचकर्ताओं के लौटने का कोई कार्यक्रम तय नहीं है.
उच्चायोग के प्रेस सचिव आइडान लिडले ने कहा कि स्काटलैंड यार्ड का दल आगामी तीन दिनों में नहीं लौट रहा है. कार्यवाहक गृह मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल सेवानिवृत्त हामिद नवाज ने कहा कि ब्रिंटिश जांचकर्ताओं के 26 और 27 जनवरी के बीच किसी भी समय लौटने की संभावना जतायी जा रही थी लेकिन उनके लौटने में हो रही देरी के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है.
विदेशी जांचकर्ताओं के पाकिस्तान में लौटते ही अपनी रिपोर्ट सौंपने के बारे में पूछे जाने पर श्री नवाज ने कहा कि यह जांच दल पर है कि वह अपनी रिपोर्ट लौटते ही सौंपेगा या इसके लिये और अधिक समय लेता है. श्रीमती भुट्टो की हत्या के मामले की स्काटलैंड यार्ड का आठ सदस्यीय दल जांच कर रहा है. साक्ष्य जुटाने के बाद इस माह के दूसरे सप्ताह में यह दल ब्रिटेन चला गया था.
यह दल गत चार जनवरी को इस्लामाबाद पहुंचा था और छह जनवरी से जांच शुरू की थी. सरकार की ओर से बताया गया कि जांचकर्ताओं ने साक्ष्य जुटा लिये है और बयान भी दर्ज कर लिये हैं. मौत के कारण का सही तरीके से पता लगाने के लिये वे अपनी रिपोर्ट ब्रिटेन में तैयार करेंगे और यहां आकर पाकिस्तान सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे.
जांचकर्ताओं ने हालांकि मीडिया से बातबीत नहीं की थी और ऐसी खबर है कि साक्ष्यों के अभाव में उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड रहा है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने हत्या स्थल की घेराबंदी नही की जिससे महत्वपूर्ण साक्ष्य मिट गये हैं. जांचकर्ताओं के समक्ष एक और समस्या है कि शव का पोस्टमार्टम नहीं किया गया था.