8 वर्षों में 30000 कंपनी सचिव तैयार होंगे
नई दिल्ली 25 जनवरी: देश में विभिन्न क्षेत्रों में बढते पूंजी निवेश से सेवा क्षेत्र में हो रहे विस्तार के बीच भारतीय कंपनी सचिव संस्थान (आईसीएसआई) भी तैयारियों में जुट गया है. संस्थान ने कंपनी सचिव की पढाई करने वालों के लिये इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों के जरिये ई-लनिग सुविधायें शु कर दी हैं.
संस्थान आने वाले आठ वर्षों में कंपनियों में अहम भूमिका निभाने वाले करीब 30000 नये कंपनी सचिव तैयार करेगा. आईसीएसआई का एकमात्र उद्देश्य कापोरेट गवर्नेंस के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाले अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पेशेवरों को तैयार करना है.
वर्ष 1980 में संसद के एक कानून के तहत गठित दि इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रटरीज ऑफ इंडिया (आईसीएसआई) के नवनिर्वाचित अध्यक्ष केयूर बक्शी ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा इस समय संस्थान के 20 हजार सदस्य हैं. वर्ष 2015 तक इस संख्या को 50 हजार तक बढाया जायेगा. पिछले दस साल में यह संख्या दुगुनी हुई है लेकिन सेवा क्षेत्र में तेजी से होते विस्तार को देखते हुये अगले आठ साल में ही उसकी सदस्य संख्या डेढ गुनी बढकर 50 हजार तक पहुंच जायेगी.
किसी भी कंपनी की सफलता में कंपनी सचिवों की अहम भूमिका होती है. कंपनी सचिव का मतलब कानून, प्रबंधन, वित्त, कंपनी संचालन सभी क्षेत्रों की जानकारी रखने वाला बहुप्रतिभाशाली व्यक्ति होता है. निदेशक मंडल, शेयरधारकों और सरकार तथा दूसरी एजेंसियों के बीच किसी कंपनी की तरफ से मुख्य संपर्क सूत्र भी कंपनी सेक्रटरी यानी कंपनी सचिव ही होते हैं.
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