राष्ट्रीय. दिवस प्रतिभा तीन अंतिम नयी दिल्ली
श्रीमती पाटिल ने कहा कि देश नक्सलवाद और आतंकवाद से आंतरिक खतरों का सामना कर रहा है1 किसी की कोई भी शिकायत क्यों न हों अपनी मांगों के लिये बंदूक उठाने का रास्ता सही नहीं है1 उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा के तरीकों का कोई स्थान नही है1 नक्सलवादी देश के अविकसित भाग में लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड कर रहे हैं
उन्होंने कहा कि सरकार अपनी नीतियों को विकास के अनुरूप बनाकर आदिवासियों और सीमांत किसानों के कल्याण के लिये कार्य करने के प्रति वचनबद्ध है1 लेकिन इसके साथ नक्ालियों से कडाई से निपटा जाना चाहिये
उन्होंने कहा कि आतंकवाद से आज दुनिया को गंभीर खतरा पैदा हो गया है1 जिस तरह एक के बाद एक हमले हो रहे हैं उसे देखते हुये इसका मिलकर मुकाबला करने की जरूरत है1 भारत एक बेहतर दुनियां के लिए काम करता रहेगा जिसमे आतंक .गरीबी. बीमारी. उपेक्षा.और असमानता नहीं हों
राष्ट्रपति ने कहा कि महिलाएं देश की आबादी का लगभग आधा हिस्सा है लेकिन आज भी वे अनेक समस्याओं का सामना कर रही हैं1 उन्होंने कहा कि बाल विवाह.कन्या भ्रूण हत्या. और दहेज जैसी सामाजिक बुराईयों से निपटने की जरूरत है1 शराब और पशीले पदाथो के सेवन से व्यक्तिगत . परिवार और समाज के स्तर पर पडने वाले कुप्रभावों को लेकर वह चिंतित हैं1 उन्होंने महिलाओं और युवाओं से इस बुराई को खत्म करने की अपील की
देश की विदेश नीति के बारे में राष्ट्रपति ने कहा कि भारत सभी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण और सहयोग का संबंध स्थापित करने के लिये वचनबद्ध है1 उन्होंने कहा कि दुनिया में भारत की आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्रों में भूमिका निरंतर बढी है1 एक देश के नाते भारत क्षेत्रीय और विश्व शांति और स्थिरता के लिये योगदान दे रहा है
उपाध्याय संजीव वीरेन्द्र1822 वार्ता