आडवाणी बने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवारः राजग
नई
दिल्ली,
23
जनवरीः
भाजपा
के
बाद
राजग
द्वारा
भी
प्रधानमंत्री
के
उम्मीदवार
के
रूप
में
स्वीकार
कर
लिए
जाने
से
उत्साहित
वरिष्ठ
विपक्षी
नेता
लालकृष्ण
आडवाणी
ने कहा
कि
उनका
लक्ष्य
आगामी
लोकसभा
चुनावों
में
कांग्रेस
को
इतिहास
की
सबसे
बुरी
हार
का
मज़ा
चखाना
है.
आडवाणी के निवास पर राजग की हुई विशेष बैठक में निर्णय किया गया कि राजग अगला लोकसभा चुनाव आडवाणी के नेतृत्व में एक समान रणनीति और समान कार्यक्रम साथ लड़ेगा. आडवाणी ने उनके नेतृत्व में विश्वास व्यक्त किए जाने के लिए राजग के प्रति आभार व्यक्त किया और 2008 को केन्द्र में परिर्वतन का वर्ष बताते हुए कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में हमारा यह लक्ष्य न केवल राजग की विजय सुनिश्चित करना बल्कि कांग्रेस को इतिहास की सबसे बुरी हार का स्वाद चखाना होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को उसके इतिहास की सबसे बुरी हार का स्वाद चखाना इसलिए भी ज़रूरी है कि उसमें यह संस्थागत अंहकार आ गया है कि भारत में शासन करने का केवल उसी का जन्म सिद्ध अधिकार है. देश की अधिकतर समस्याओं की जड़ यही अहंकार है.
बैठक में पारित प्रस्ताव में कहा गया कि हमें पूरा विश्वास है कि आडवाणी जिन्होंने अपना पूरा जीवन राष्ट्र की सेवा में समर्पित कर दिया उनका विशद राजनीतिक और संसदीय अनुभव तथा ईमानदारी का बेदाग रिकार्ड हमारे गठबंधन को आने वाले चुनावी समर में विजय की ओर ले जाएगा.
आडवाणी प्रधानमंत्री पद के लायक नहीं: कांग्रेस
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी को प्रधानमंत्री पद के लिये अनुपयुक्त बताते हुये कहा कि वह कुछ वर्ग के नेता तो हो सकते हैं लेकिन पूरे देश को साथ लेकर नहीं चल सकते. कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख वीरप्पा मोइली ने विपक्षी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) द्वारा आडवाणी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि आडवाणी इस पद के लायक नहीं है. पूरे देश को साथ लेकर चलना तो दूर वह पूरे विपक्ष को भी साथ लेकर नहीं चल सकते.
मोइली ने कहा कि गोधरा के बाद गुजरात में हुये दंगों के बारे में आडवाणी ने आज तक खेद नहीं जताया है जबकि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस पर दुख जताया था जिनकी एक राष्ट्रीय नेता की छवि है. आडवाणी को उम्मीदवार घोषित करने के राजग के फैसले के बारे में उन्होंने कहा कि राजग किसे प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाता है यह उसपर निर्भर करता है लेकिन ऐसा लगता है कि यह फैसला उसने हड़बड़ी में लिया.
उन्होंने कहा कि आडवाणी अभी भी बाबरी मस्जिद विध्वंस कांड में अभियुक्त हैं और यदि लिब्राहन आयोग अपनी रिपोर्ट में उन्हें दोषी ठहरा देता है तो राजग की यह सारी कवायद व्यर्थ साबित हो जायेगी. उन्होंने इसे राजग की हवाबाजी करार देते हुये कहा कि वह आडवाणी को ऐसे पद के लिये उम्मीदवार घोषित कर रहा है जो पद अभी खाली ही नहीं है.
मोइली ने दावा किया कि आडवाणी उस राजग का भी समर्थन हासिल नहीं कर सकते जिसने वाजपेयी को प्रधानमंत्री बनाया था. आडवाणी को चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम और ओम प्रकाश चौटाला के राष्ट्रीय लोकदल का समर्थन नहीं है तथा लोगों को यह नहीं पता कि जयललिता और नरेंद्र मोदी का " हनीमून" अभी चल रहा है या नहीं.
कर्नाटक
के
आगामी
विधानसभा
चुनाव
में
कांग्रेस
को
अब
तक
की
सबसे
करारी
शिकस्त
देने
के आडवाणी
के
आह्वान
के
संबंध
में मोइली
ने
कहा
कि आडवाणी
के
जीवन
में
यह
संभव
नहीं
है.