न्यायालय. विवादित ढांचा सुनवाई दो अंतिम रायबरेली..
वाई दो अंतिम रायबरेली.. श्री स्वामी ने बताया.. कमांडेंट जे.एस.बिष्ट और मेरे पास अपनीपिस्टल थी लेकिन हम दोनों ने फायरिंग के दौरान इसका प्रयोग नहींकिया1 यह भी सही है कि फायरिंग के निर्णय से हजारों लोगों की जानेंजा सकती थीं1 भीड में फायरिंग करना संभव नहीं था और इसे तितरबितर करने के लिए कोई रास्ता नहीं था1 हमारी राय में इंसानी जानेंअन्य किसी नुकसान से ज्यादा जरी है1. गवाह ने कहा कि यह गलत है कि उसे सीबीआई अथवा सीबीसीआईडी द्वारा प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष प से धमकी दी जाती थी1 यह सही है कि छह दिसंबर 1992 से पहले कारसेवकों के आयोजन को शांतिपूर्वक कराने के लिए तगडी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी1 सुरक्षा में तैनात अधिकारियों में कमांडेंट जे.एस. बिष्ट भी शामिल थे
श्री स्वामी ने कहा कि उन्होंने घटना के दिन आगजनी की कोई घटना नहीं देखी1 घटना के दिन गायब वायरलेस सेट एवं सामान का पूर्णविवरण बटालियन के रजिस्टर में दर्ज है1 मामले की अगली सुनवाई31 जनवरी को होगी जिसमें साध्वी रितंभरा और उमा भारती के वकीलजिरह करेंगें
अयोध्या में विवादित ढांचा गिराने के मामले में सर्वश्री लालकृष्णआडवाणी. मुरली मनोहर जोशी. अशोक सिंघल. विष्णु हरि डालमिया.उमा भारती. साध्वी रितंभरा. बाल ठाकरे. विनय कटियार. गिरिराजकिशोर समेत कुछ अन्य लोगों पर मुकदमा किया गया है
सं आशा जगबीर2028वार्ता