मोनालिसा की पहचान उजागर हुई
लंदन
16
जनवरी:
लियोनार्दो
द
विंसी
के
हाथों
सृजित
होने
के
बाद
से
मोनालिसा
को
लेकर
लोगों
में
दो
बातों
को
लेकर
काफी
उत्सुकता
बनी
रही.
पहली
वह
कौन
है
और
दूसरी
वह
क्यों
मुस्करा
रही
है.
जर्मन
अनुसंधानकर्ताओं
ने
अब
उनकी
पहचान
का
निर्णायक
सबूत
ढूंढ
निकालने
का
दावा
किया
है.
हेडलबर्ग यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक 500 साल पुरानी किताब के हाशिए पर लिखी गई टिप्पणियां उस महिला की पहचान और उसकी विचित्र अर्धमुस्कान की वजह बताने वाले सबूत हैं. मीडिया ने मुख्य अनुसंधानकर्ता विये प्रोब्स्त के हवाले से कहा है कि पेरिस के लूव्र संग्रहालय में लगी तस्वीर फ्लोरेंटाइन के एक व्यापारी जियोकोंदो की पत्नी लिजा गेरार्दिनी की हैं.
मोनालिसा
के
नाम
को
लेकर
सदियों
से
विवाद
चलता
रहा
है.
यह
कला
की
दुनिया
की
सबसे
गूढ़
पहेलियों
में
है.
कुछ
लोगों
का
मानना
है
कि
लियोनार्दो
द
विंसी
ने
इस
आदर्श
महिला
की
रचना
के
लिए
कई
विषयों
को
आपस
में
मिला
दिया
है.
इसके
लिए
उसने
अपनी
मां
को
माडल
बनाया
होगा
या
शायद
उन्होंने
खुद
ही
पोज
दिया
होगा.