रिलायंस आईपीओ से प्रभावित हैं चिदम्बरम
नई दिल्ली 16 जनवरी: वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आज कहा अनिल अंबानी समूह की कंपनी रिलायंस पावर की आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आइपीओ) को मिली प्रतिक्रिया से भारतीय अर्थव्यवस्था में वैश्विक निवेशकों का विश्वास जाहिर होता है.
चिदंबरम ने आज बाजार में आए कंपनी के आइपीओ के बारे में कहा इससे भारत के भविष्य के बारे में विश्व समुदाय का भरोसा जाहिर होता है. निवेशक भारतीय अर्थव्यवस्था के भविष्य के बारे में आश्वस्त दिखते हैं.
अनिल अंबानी समूह ने इस आइपीओ के जरिए 11,700 करोड़ रूपए जुटाने की योजना बनाई है. इस आइपीओ को न सिर्फ खुलते ही पूर्ण अभिदान प्राप्त हो गया था बल्कि दो घंटे के भीतर इसने 50 000 करोड़ रूपए की मांग पैदा कर दी थी.
रिलायंस पावर जून 2005 में अस्तित्व में आए रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह (एडीएजी) का पहला आइपीओ है. अनिल अंबानी ने यह समूह लंबे पारिवारिक विवाद के बाद अपने बड़े भाई मुकेश अंबानी के साथ हुए समझौते के बाद बनाया था.
दोनों भाई शेयर बाजारों में पैसा बनाने की मशीन बन गए है और वे देश के सबसे धनी लोगों में से एक हैं. यह आइपीओ 18 जनवरी को बंद होगा जिसके तहत 405-450 रूपए के मूल्य दायरे में शेयरों की पेशकश की गई है.