प्रो. आहलुवालिया ने कहा कि पंजाब को ज्ञान के क्षेत्र में अपनी
बुनियाद मजबूत करने और वैश्विक प्रतिस्पर्धा से मुकाबला करने केलिए अपने यहां आईआईटी .आईआईएम और नेशनल लॉ स्कूलजैसे संस्थानों की स्थापना के लिए पुरजोर प्रयास करने चाहिए1 पंजाब में कृष िविकास की गिरती दर को पुन: हासिल करने के लिएकृष िविविधीकरण को समय की जरूरत बताते हुए उन्होंने कहा किराज्य को धान की खेती का विकल्प तलाशना चाहिए1 साथ ही उसेअधिक उपज वाली फसलों पर अपने अनुसंधान को केंद्रित करनाचाहिए1 राज्य में उपज के भंडारण .परिवहन और विपणन की आधुनिकसुविधाओं की आवश्यकता है1 प्रो. आहलुवालिया ने कहा कि रिटेल सेवाओं में आधुनिकीकरण सेअब अधिक मूल्य वाली फसलों में विविधीकरण के अनेक मौके पैदा हुएहैं1 राज्य में निजी क्षेत्र से रिलायंस .भारती और आईटीसी जैसीकम्पनियों के प्रवेश से यह साफ है कि राज्य में कृष िआधारित उद्योग मेंअसीम सम्भावनाएं हैं1 लिंगभेद को लेकर उन्होंने खेद के साथ कहा कि कन्या भ्रूण हत्याओंको लेकर पंजाब की देश में काफी खराब छबि है1 उन्होंने कहा किपंजाब में बाल लिंगानुपात 1991 में 875 से गिर कर 2001 तक 798 होगया1 देश के जिन दस जिलों में बाल लिंगानुपात सबसे कम है उनमें सेसात पंजाब में हैं1 उन्होंने लेकिन कहा कि कन्या भ्रूण हत्या के विरूद्धनवांशहर जिले में सरकार .गैर स्वयं संगठनों .धार्मिक नेताओं और छात्रोंद्वारा चलाए गए अभियान से स्थिति में सुधार को देखते हुए यह उम्मीदकी जा सकती है इस समस्या पर अंकुश सम्भव है1 रमेश आशा प्रेम .1837वार्ता