पश्चिम बंगाल में फिर बर्ड फ्लू का खौफ
नई
दिल्ली/सूरी
(पश्चिम
बंगाल)
15
जनवरी:
बर्ड
फ्लू
का
खौफ
एक
बार
मंडराने
लगा
है.
इस
बार
इस
आतंक
ने
दस्तक
दी
है
पश्चिम
बंगाल
के
वीरभूम
इलाके
में.
प्राप्त
खबरों
के
मुताबिक
पिछले
एक
हफ्ते
के
दौरान
20
हजार
से
अधिक
मुर्गियां
मर
चुकी
हैं.
यह
सिलसिला
थम
नहीं
रहा
है.
प्रशासन
ने
जिले
के
दो
ब्लॉकों
में
बर्ड
फ्लू
का
अलर्ट
जारी
कर
दिया
है.
अलर्ट
जारी
किए
जाने
के
बाद
नैशनल
इंस्टिट्यूट
ऑफ
कम्यूनिकेबल
डिजीजेज
(एनआईसीडी)
ने
अपनी
दो
सदस्यीय
टीम
प्रभावित
इलाकों
में
भेजी
है.
वीरभूम के डीएम तपन कुमार ने बताया कि सभी संबंधित विभागों को अलर्ट कर दिया गया है और गांव वालों से चिकन की खरीद-फरोख्त के लिए भी मना किया गया है. जिनके पास फार्म हैं उनसे मुर्गे-मुर्गियों को खिलाते वक्त मास्क पहनने और हाथों-पैरों को ढकने को भी कहा गया है. भोपाल से एनआईसीडी की टीम पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के प्रभावित प्रखंडों में पहुंच गई है. कृषि मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के दो प्रखंडों में बर्ड फ्लू फैलने की पुष्टि हो चुकी है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि भोपाल स्थित हाई सिक्युरिटी एनिमल डिजीज लैबरटरी (एचएसएडीएल) से मिली शुरुआती रिपोर्ट में इस इलाके में मौजूद पोल्ट्री के बर्ड फ्लू से प्रभावित होने की पुष्टि कर दी गई है. राज्य के एनिमल रिसोर्स डिपार्टमेंट के डिप्टी डायरेक्टर एनडी भौमिक ने बताया कि रामपुरहाट के ब्लॉक-दो में मुर्गे-मुर्गियों 60-62 फीसदी मौत होना खतरनाक है.
बर्ड
फ्लू
मुक्त
होने
का
दावा
करने
के
एक
सप्ताह
के
भीतर
ही
देश
के
पूर्वी
हिस्से
में
इस
बीमारी
ने
फिर
से
दस्तक
देकर
सरकार
के
दावों
पर
सवाल
खड़े
कर
दिए
हैं.
केंद्रीय
स्वास्थ्य
व
पशुधन
विकास
मंत्रालय
की
संयुक्त
टीम
भी
मौका
मुआयना
करने
पहुंच
रही
हैं.
बर्ड
फ्लू
की
आधिकारिक
घोषणा
के
बाद
प्रभावित
इलाके
में
मुर्गियों
को
खत्म
करने
की
कार्रंवाई
शुरू
की
जाएगी.
केंद्र
सरकार
ने
उत्तर-पूर्व
के
राज्यों
को
भी
सतर्क
रहने
को
कहा
है.