राजनीति. भाजपा.किसान.दो.अंतिम.नयी दिल्ली
श्री सहस्त्रबुध्दे ने कहा कि आत्महत्या करनेवाले किसान परिवारों में विधवाओं को दूसरों पर निर्भर रहना पडता है और ऐसी स्थिति में पति की आत्महत्या के बाद परिवार के मुखिया की जिम्मेदारी किसान की विधवा अथवा अविवाहित बडी बेटी पर आती है1 उन्होने कहा कि प्रतिकुल स्थिति का मुकाबला कर स्वाभिमान के साथ जीने के लिये. कुटूंब आधार योजना.बनायी गई है
उन्होने कहा कि इस योजना के तहत परिवार के भविष्य की दृष्टिसे दस हजार रुपये की राशि परिवार की मुखिया महिला के नाम से बैंक में जमा रखी जायेगी और साथही महिलाओं को अपने पैरोंपर खडा रहने के लिये पांच हजार रुपये राशि तक स्वरोजगार के संसाधन और मार्गदर्शन दिया जायेगा1 उन्होने कहा कि महिलाओं के लिये स्वरोजगार और आत्मनिर्भर बनाने के उददेश्य से कुछ महिलाओं को सिलाई मशीन और सामग्री मुहैया करायी गयी है
श्री सहस्त्रबुध्दे ने कहा कि इन योजनाओं के जरिये रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी आत्महत्या करनेवाले किसान परिवारों का मनोबल बढाने तथा उनको आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम बढाकर सामाजिक दायित्व निभाने का प्रयास कर रही है
प्रमोद संजीव समरेन्द्र मनोरंजन 1515 वार्ता.