विदेश. प्रधानमंत्री व्यापार दो अंतिम पेइचिंग..
व्यापार दो अंतिम पेइचिंग.. उन्होंने कहा कि चीन की आर्थिक तरक्की के बारे में भारतीय उद्योगपतियों के बीच पश्चिमी देशों की बनाई गयी अवधारणायें है 1लेकिन चीन की तरक्की के बारे में भारतीय उद्योगपतियों को गहराई से सोचना होगा और आगे बढने का रास्ता खुद तैयार करना होगा
उल्लेखनीय है कि गत वर्ष भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय व्यापार 34.2 अरब डालर पार कर गया1 दोनो देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 54 प्रतिशत की हर साल की बढोत्तरी के साथ बढ रहा है लेकिन भारत को 9.02अरब डालर का व्यापार घाटा हो रहा है .जो भारत के लिये चिंता की बात है
दोनो देशों ने भारत चीन क्षेत्रीय व्यापार समौते..आरटीए..से होने वाले लाभ और इसकी संभावनायें तलाशने के लिये एक संयुक्त कार्यबल का गठन किया था जिसकी रिपोर्ट गत वर्ष अक्टूबर में तैयार कर ली गई थी1 प्रधानमंत्री की इस यात्रा के दौरान आरटीए की इस रिपोर्ट पर भी चर्चा होने की संभावना है1 उद्योग मंत्री कमलनाथ भी द्विपक्षीय व्यापार के विभिन्न मामलों पर चर्चा करने के लिये चीन पहुंच गये है
अंकुर नीलिमा रामलाल1944वार्ता