हिन्दू नेताओं को फैसला सुनाएगा बोर्ड
कुआलालम्पुर 12 जनवरी: पांच जातीय भारतीय नेताओं के बारे में सोमवार को एक शीर्ष सलाहकार बोर्ड फैसला सुनायेगा. उन्हें आंतरिक सुरक्षा कानून (आईएसए) के खिलाफ व्यापक तौर पर सरकार विरोधी प्रदर्शनों के आरोप में मलेशियाई अधिकारियों ने हिरासत में लिया है.
हिन्दू राइट्स एक्शन फोर्स (हिन्द्राफ) के नेता पी उथयाकुमार, वी गणपतिराव, टी वसन्तकुमार और वकील आर केंघधरन तथा एम मनोहरन को पिछले साल 13 दिसम्बर को इस आधार पर हिरासत में लिया गया कि वे आंतरिक सुरक्षा के लिये खतरा हैं.
उन्हें इस समय ताइपिंग के एक हिरासतगाह में रखा गया है. बिना सुनवाई के आईएसए के तहत उन्हें दो साल तक हिरासत में रखा जा सकता है. हिन्द्राफ ने 25 नवम्बर को जातीय भारतीयों की एक रैली आयोजित की थी जिसमें कथित रूप से हाशिये पर रखे जाने का आरोप लगाते हुए अल्पसंख्यक समुदाय के 20000 से अधिक लोग शामिल हुए थे. मलेशिया ने इस आरोप का खंडन किया है.
हिरासत में लिये गये पांच नेताओं में से चार के प्रमुख वकील करपाल सिंह ने कल कहा कि पांचों एक न्यायाधीश की अध्यक्षता वाले तीन सदस्यीय आईएसए सलाह बोर्ड के समक्ष पेश किये जायेंगे.