टाटा की नैनो बाजार में आने से बैंकों के होंगे वारे न्यारे
नयी दिल्ली. 11 जनवरी ..वार्ता.. टाटा मोटर्स की लखटकिया कार .नैनो. बाजार में आने से बैंकरों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है. लेकिन दूसरी तरफ दुपहिया निर्माताओं के माथे पर चिंता की लकीरें गहराने लगी हैं
उद्यमियों के मुताबिक टाटा की एक लाख पये की कार बाजार में उतरने पर बैंकों में कर्ज लेने वालों की कतार फिर से लगने लगेगी1 इससे चौपहिया वाहनों की श्रेणी में बैंक रिण में 25 प्रतिशत तक वृद्धि की उम्मीद की जा रही है1 दूसरी तरफ दुपहिया वाहनों की मांग घटने के डर से इनके निर्माताओं के माथे पर चिंता की लकीरें गहराने लगी है और वह 20 प्रतिशत तक दाम घटाने पर मजबूर हो सकते हैं
प्रमुख वाणिज्य एवं उद्योग मंडल .एसोचैम. द्वारा किये गये त्वरित सवर्ेक्षण में करीब करीब सभी उद्यमियों ने यह विचार व्यक्त किया है1 एसोचैम से जुडी 250 कंपनियों के मुख्य कार्याधिकारियों ने वाहन क्षेत्र में हुये इस नये धमाके के बाद अपनी राय व्यक्त करते हुये कहा है कि नैनो कार बाजार में आने के बाद पुरानी कारों के दाम भी 35 प्रतिशत तक घट सकते हैं1 सवर्ेक्षण में 80 प्रतिशत उद्यमियों का मानना था कि टाटा की नैनो के आने से भारत अब केवल प्रमुख कार निर्माता ही नहीं बल्कि .कार सृजन क्लब. का भी सदस्य बन गया है1 ढाई सौ में से 200 उद्यमियों का यह विचार था1 उनका यह भी मानना था कि जिस तरह एक लाख पये की कार बनाकर टाटा ने अपना मुनाफा छोड दिया उसी तरह जनहित में सरकार को भी इसपर लगने वाले 12.5 प्रतिशत वैट को छोड देना चाहिये ताकि इसे सही मायनों में जनता की कार बनाया जा सके
महाबीर मनोहर रामलाल1816जारी.वार्ता