19 नवंबर को उर्दू दिवस के रूप में मान्यता दी जाये..मिश्र
पटना 08 जनवरी.वार्ता. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाईटेड .जदयू. के वरिष्ठ नेता डा.जगन्नाथ मिश्र ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से 19 नवंबर को ..उर्दू दिवस.. के रूप में मनाये जाने की मांग की है
श्री मिश्र ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 345 के तहत उर्दू को बिहार में द्वितीय राजभाषा का दर्जा 19 नवंबर 1980 को राज्य के तत्कालीन राज्यपाल डा0ए.आर. किदवई ने अध्यादेश जारी कर दिया था1 उन्होंने कहा कि पिछले दो वषो के शासनकाल में नीतीश सरकार ने उर्दू भाषा के विकास पर विशेष ध्यान दिया है और इस दौरान राज्य में उर्दू अनुवादक एवं सहायक अनुवादकों समेत कई महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्तियां की गयी1 इसके अलावा सभी प्राथमिक विद्यालयों में जहां उर्दू आबादी 150 से अधिक थी. वहां उर्दू क ी पढ़ाई की व्यवस्था भी की गयी
पूर्व मुख्यमंत्री ने उर्दू को देश के साथ..साथ विश्व की महत्वपूर्ण भाषा करार देते हुए नीतीश सरकार से उर्दू के विकास के लिए और अधिक प्रयास किये जाने की मंाग की1 इसके अलावा उन्होंने उर्दू अनुवादकों की नियुक्ति के लिए विज्ञापित पदों पर शीघ्र नियुक्ति. वेतनमें समानता तथा राजभाषा विभाग में उर्दू निदेशक नियुक्ति की भी मांग की1 उन्होंने कहा कि 19 नवंबर का दिन उर्दू भाषा के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखता है क्योंकि इसी दिन इसे द्वितीय राज्यभाषा का दर्जा प्रदान किया गया था इसलिए बिहार सरकार को उर्दू दिवस के रूप में 19 नवंबर को ही मान्यता देनी चाहिए
सतीश शोभित मनोरंजन 1846 वार्ता.