...
दारुल उलूम के विद्वान मुफ्ती मौलाना जफीरुद्दीन ने सरकार के इस फैसले को उचित बताते हुये कहा कि इससे देश की एकता और अखंडता मजबूत होगी1 88 वर्षीय मौलाना जफीरुद्दीन ने ् जो आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के भी सदस्य है ्सभी मुस्लिमों से अपील भी कि वे कौमी त्यौहारों को उत्साह और उमंग के साथ मनाए
दारुल उलूम.वकफ. के बुजुर्ग आलीम एवं मशहूर लेखक मौलाना अब्दुला जावेद ने कहा कि राष्ट्रीयंडा फहराने और कौमी त्योहारों को धूमधाम से मनाने को इस्लाम धर्म में कोई मनाही नहीं है और न ही यह आपत्तिजनक है1 उन्होंने कहा कि इसलिये सरकार के इस फैसले को प्रसन्नता के साथ मुस्लिम शिक्षण संस्थान और स्कूल मानेंगे .वह खुद भी इसका स्वागत करते है. उन्होंने कौमी पर्व मनाने औरंडा फहराने की बाबत मदरसों और स्कूलों के संचालकों को सरकारी खजाने से आर्थिक सहायता देने के फैसले को गैरजरुरी और आपत्तिजनक बताया उन्होंने कहा कि इसका अच्छा संदेश नहीं जाएगा
देवबंद के चेयरमैन मौलाना हसीब सिद्दीकी ने कहा कि ..मुस्लिम फंड .ट्रस्ट द्वारा संचालित सभी संस्थानों में पहले से ही कौमी पर्व मनाए जाते रहे है औरंडा फहराया जाता है1 श्री सिद्दीकी ने इसे सभी मदरसों के लिये अनिवार्य किए जाने को सही एवं स्वागत योग्य बताया
सं.पांडे.प्रभु 1704जारी वार्ता