काशी में गंगा की दुर्दशा
वाराणसी07 जनवरी.वार्ता. ै पतितपावनी ै नदी गंगा के धार्मिक नगरी वाराणसी में इतने बुरे हाल की लोग पापों को नष्ट करने वाली नदी होने की सदियों पुरानी आस्था के विपरीत उसकी धारा में डुबकी लगाने से भी कतराएंगे
काशी के गंगा घाट पर रहने वाले पंडो व नाविको की माने तोगंगा की वाराणसी में यही दुर्दशा हो गयी है1 वाराणसी में गंगा का पानीप्रदूषण से काला पड गया है1 अनेक गन्दे नालो का पानी गंगा में सीधेगिर रहा है1 हाल यह है कि गंगा का जल पीने तो दूर नहाने लायक भीनहीं बचा है1 प्रदूषण की वजह से ैमोक्षदायिनी ै गंगा को तमाम भक्तजन गंगा को हाथ जोड प्रणाम कर वापस लौट जाते हैं1 गंदगी को देखकर वे नहाने की हिम्मत नहीं जुटा पाते1 वाराणसी के प्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट पर एक बड़े नाले से शहर का हजारों लीटर गंदा पानी गंगा में गिरते हुए कभी भी देखा जा सकता है
जिया.शिव.प्रभु 1444जारी वार्ता