जैव विविधता धरती पर जीवन के लिये बहुत महत्वपूर्ण.मीणा
नयी दिल्ली 05 जनवरी .वार्ता. केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय ने जैव विविधता के संरक्षण के खतरों और बाधाओं की पहचान के लिए एक राष्ट्रीय जैव विविधता कार्य योजना का मसौदा तैयार किया है1 केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री नमो नारायण मीणा ने कल यहां कहा कि इंसान की गतिविधियों से जीव वैज्ञानिक संसाधनों पर गंभीर दबाव बना है तथा पर्यावासों का विभेदीकरण तथा अवनयन बढ रहा है जिसके फलस्वरुप जैव.विविधता को नुकसान होता है
श्री मीणा ने यहां मंत्रालय की सलाहकार समिति की 13 वीं बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि जैव.विविधता संरक्षण में खतरों और बाधाओं की पहचान करने के लिये राष्ट्रीय जैव विविधता कार्य योजना का मसौदा तैयार किया गया है1 उन्होंने कहा कि वातावरण में ग्रीनहाउस गैस जैव विविधता के लिये मुख्य खतरा है1 जैव. विविधता और ग्लोबल वामिग के बीच करीबी संबंध है तथा दोनो एक दूसरे को प्रभावित करते है1 उन्होंने कहा कि इस कार्य योजना में जैव विविधता के मूल्य.जैव विविधता पर सम्मेलन और भारत में जैव विविधता के संरक्षण के उपायों पर प्रकाश डाला गया है1श्री मीणा के अनुसार कार्य योजना का मसौदा केन्द्र के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों को भेजा गया है तथा शीघ्र ही मंत्रिमंडल के समक्ष अनुमोदन हेतु भेजा जायेगा
उन्होंने कहा कि जैव विविधता मनुष्य की जरुरत को पूरा करने के लिये बुनियादी चीज है तथा पृथ्वी पर जीवन के लिये यह बहुत महत्वपूर्ण है1 उन्होंने कहा कि जीव वैज्ञानिक विविधताओं में पर्यावरण की पहुंच टिकाऊ आर्थिक गतिविधि. सतत मानव कल्याण और परिवर्तन को अपनाने के लिये व्यापक विकल्प उपलब्ध कराती है
संसदीय सलाहकार समिति के सदस्यों ने जैव विविधता के नुकसान के बारे में चिन्ता व्यक्त की1 उन्होंने मीडिया के जरिये जागरुकता पैदा करने तथा जनता को शामिल करके अभियान शुरु करने का सुाव दिया1 सदस्यों ने वैश्विक स्तर पर कार्य करने का भी सुाव दिया क्योंकि केवल अपने देश के पर्यावरण को बचाकर ही यह समस्या हल नही की जा सकती
प्रमोद इंद्र समरेन्द्र रामलाल1442.वार्ता.