अनिल का समूह मुकेश अम्बानी के समूह से आगे बढ़ने की दहलीज पर
मुंबई 04 जनवरी.वार्ता.अनिल धीभाई अंबानी समूह के अध्यक्षअनिल अम्बानी ने अभी प्रति घंटे 13 करोड़ रूपए की दर से सम्पदाखड़ी करने वाले अपने समूह के वित्तीय रूप से और भी सुदृढ़ होने कीआशा व्यक्त करते हुए स्पष्ट किया कि उसके रियल स्टेट क्षेत्र में उतरनेका कोई इरादा नहीं है1 श्री अम्बानी ने समूह की रिलायंस पावर के सार्वजनिक प्रारंभिकनिर्गम.आईपीआे.का ब्यौरा देने के लिए बुलायी प्रेस कांफ्रेंस में कहाकि उनका समूह मौजूदा दूरसंचार ्र ऊर्जा ्र निर्माण ्रमनोरंजन औरवित्तीय सेवाओं के ही क्षेत्र में अपना ध्यान केन्दि्रत करेगा1उनसे आजउनके दिए नये नारे .रोटी ्रकपड़ा ्र मकान ्र मोबाईल और ऊर्जा.केसन्दर्भ में पूछा गया था कि उनका समूह मकान बनाने के क्षेत्र में कबउतरेगी1 उन्होंने कहा...हमारा मकान के क्षेत्र में उतरने का कोईइरादा नहीं है ्र इसके लिए बहुत सारे दूसरे लोग हैं...1 श्री अनिल अम्बानी से जब यह पूछा गया कि उनके समूह के बाजारपूंजीकरण के आधार पर देश में निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा समूह बननेकी क्या संभावना है तो उन्होंने छूटते ही कहा...मै भविष्यवाणी नहींकर सकता..
यहां वित्तीय हल्कों में चर्चा है कि देश में निजी क्षेत्र के अबतक केइस सबसे बडे निर्गम के जरिए रिलायंस पावर के 10500 से 11500करोड पए जुटाने की बदौलत एडीए समूह बाजार पूंजीकरण के आधारपर श्री अनिल अम्बानी के अग्रज श्री मुकेश अम्बानी के समूह से आगे होजाएगा1 श्री मुकेश अम्बानी के रिलायन्स उद्योग समूह का बाजारपूंजीकरण अनुमानित पांच ट्रीलियन ..खरब रूपए है1 इससे पहले उन्होंने जोर देकर कहा कि रिलायन्स उद्योग समूह मेंविभाजन के बाद 18 जून 2005 को गठित एडीए समूह का बाजारपूंजीकरण 15 हजार करोड़ रूपए था जो आज बढ़कर तीन सौ 25 लाखहजार करोड़ पहुंच गया है 1 उन्होंने कहा कि समूह की शेयार बाजार मेंसूचीबद्ध सभी कम्पनियों के शेयरों के भाव सेंसेक्स से आगे चल रहे हैंऔर देश के हर 10 में से एक व्यक्ति इस समूह का ग्राहक है1 चन्द्र महेश 1843 वार्ता