तबादले से नाखुश उत्तरी कमान के प्रमुख की एंटनी से मुलाकात कल
नयी दिल्ली 04 जनवरी .वार्ता. सेना में शीर्ष पदों पर अनुशासन को प्रभावित करने वाले एक घटनाक्रम में उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टीनेंट जनरल एच एस पनाग ने मध्य कमान में अपने प्रस्तावित तबादले के खिलाफ अंगद की तरह पांव जमा दिए हैं और औपचारिक विरोध दर्ज करने के लिए रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी का दरवाजा भी खटखटाने का फैसला किया है1 रक्षा सूत्रों ने आज इस बात की पुष्टि की कि ले जन पनाग श्री एंटनी से कल दोपहर मिलने वाले हैं1 रक्षा अधिकारियों ने कहा कि सेना के किसी कमांडर का रक्षा मंत्री से मिलना अभूतपूर्व या परम्परा के विरूद्ध नहीं है और सैन्य कमांडर शिष्टाचार की भेंट करते रहे हैं1 ले. जन पनाग को अगले वर्ष 31 दिसम्बर को सेना से अवकाश ग्रहण करना है और वह उत्तरी कमान में ही रहने के इच्छुक हैं1 लेकिन सेना के लिए परेशानी यह है कि अगले दो माह में पूर्वी कमान और मध्य कमान के प्रमुख अवकाश ग्रहण करने वाले हैं और नए कमांडरों को कश्मीर जैसी कमान का अनुभव भी कराना है ताकि वे भविष्य के लिए तैयार हो सकें1 जम्मू. कश्मीर में अगले साल विधानसभा चुनाव भी होने हैं और सेना चाहती है कि चुनाव के समय उसका कमांडर उत्तरी कमान से अवकाश नहीं ले रहा हो और नए कमांडर को पूरे हालात से अवगत होने का मौका दे दिया जाए1 ले. जन पनाग को एक मार्च से मध्य कमान के प्रमुख के तौर पर लखनऊ भेजने का प्रस्ताव रक्षा मंत्रालय को भेजा गया था1 सेना मुख्यालय की इस सिफारिश के खिलाफ ले जन पनाग ने कमर कस ली और अब मामला सेना प्रमुख और उत्तरी कमान के प्रमुख की प्रतिष्ठा का बन गया है1 ले. जन पनाग के तबादले की सिफारिश पर सेना के अधिकारियों का कहना है कि इसमें कुछ भी नया नहीं है और इसे भ्रष्टाचार के मामले से जोड कर पेश करना दूसरे सैन्य कमांडरों की तौहीन करना है1 एक शीर्ष सैन्य अधिकारी ने कहा कि अगर किसी सैन्य कमांडर के तबादले खबरों के आधार पर रूका करेंगे तो इससे सेना में शीर्ष पदों पर अनुशासन का क्या हाल होगा इसका अंदाजा लगाना कठिन है1 कौशिक समरेन्द्र जगबीर1800जारी वार्ता