उ.प्र. में वैट का विरोध
लखनऊ 3 जनवरी: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लागू मूल्य वर्द्धित कर (वैट) प्रणाली के विरोध में राज्य के व्यापारी संगठनों का प्रदर्शन आज भी जारी रहा. इस दौरान राज्यभर में व्यापारियों ने जुलूस निकाला एवं सरकार विरोधी नारे लगाकर विरोध जताया.
कानपुर से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार वैट के विरोध में यहां के व्यापारियों ने प्रदेश सरकार की तेरहवीं कर हवन पूजन किया तथा ब्राह्मणों को भोजन कराया.
वैट के विरोध में दो दिन की बन्दी के बाद आज शहर के कि दवई नगर क्षेत्र स्थित मार्बल मार्केट में एकत्र हुए व्यापारियों हवन यज्ञ कर सरकार की नीतियों का विरोध किया. बाद में कुछ व्यापारियों ने सिर मुडवाकर ब्राह्मणों को भोजन कराया.
इलाहाबाद से मिली रिपोर्ट के अनुसार शहर में वैट का विरोध कर रहे व्यापारियों और बिक्री कर विभाग के अपर आयुक्त के बीच कहा सुनी हो गई. प्रयाग व्यापारी मंडल के अध्यक्ष विजय अरोड़ा ने बताया कि सौ से अधिक व्यापारियों का एक समूह यहां स्थित बिक्री कर विभाग के कार्यालय पर ताला लगाने गया हालांकि कार्यालय में पहले से ही ताला लगा था. इस दौरान वहां पहुंचे बिक्री कर विभाग के अपर आयुक्त विजय कुमार और व्यापारी नेताओं के बीच कहा सुनी हो गई.
उन्होंने बताया कि आगामी शुक्रवार को शहर के घंटाघर चौराहे पर 'डंडा वितरण कार्यक्रम' आयोजित किया जाएगा जिसमें सभी व्यापारियों को एक-एक डंडा वितरित किया जाएगा जो राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों को सुधारने के काम आएगा.
इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) व्यापार प्रकोष्ठ ने वैट के मामले में राज्य सरकार द्वारा आमजन को गुमराह करने का आरोप लगाया है.
प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अशोक गोयल ने आज लखनऊ में बताया कि गेहूं, आटा, दाल, बेसन, चावल, मैदा और सूजी जैसी वस्तुओं पर चार प्रतिशत कर लगाया गया है जो अधिकांश राज्यों में कर मुक्त हैं.
उन्होंने कहा कि देश के किसानों से जुडे एवं गरीबों के काम आने वाले गुड़ पर भी चार प्रतिशत कर थोप दिया गया है. ऐसी वस्तुओं पर कर लगाने से आम आदमी की रोटी पर गाज पड़ेगी.