माकपा: परमाणु करार पर विरोध जारी रहेगा
नई दिल्ली, 24 दिसम्बरः मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा है कि गुजरात या हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे चाहे कुछ भी रहे परमाणु मुद्दे पर मनमोहन सरकार का विरोध हमारा जारी रहेगा. पार्टी की केन्द्रीय समिति ने पोलित ब्यूरो के इस रुख पर अपनी मुहर लगा दी है कि वामदल परमाणु समझौते को लागू करने की दिशा में सरकार को कोई कदम उठाने नहीं देगी.
माकपा की 85 सदस्यीय केन्द्रीय समिति की तीन दिवसीय बैठक के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता सीता राम येचुरी और एम के पांधे ने यह बात कही. 29 मार्च से एक अप्रैल तक कोयम्बटूर में होने वाली कांग्रेस में पारित होने वाले राजनीतिक प्रस्ताव के मसौदे को अंतिम रुप देने के लिए केन्द्रीय समिति की यह बैठक बुलायी गयी थी.
यह पूछे जाने पर कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव नतीजे आने पर परमाणु करार पर पार्टी के दृष्टिकोण में क्या कोई बदलाव आएगा. येचुरी ने कहा कि चुनाव नतीजों का पार्टी के रुख से कोई लेना-देना नहीं है.
यह पूछने पर कि भारतीय अधिकारी उन्तरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेन्सी से बातचीत कर रहे हैं तो क्या संप्रग वाम की अगली बैठक होगी ? येचुरी ने कहा कि भारतीय अधिकारियों को वापस आकर हमसे बातचीत करनी होगी, और वैसे भी क्रिसमस की लंबी छुट्टियां होने वाली हैं इसलिये अभी कोई बैठक का सवाल नहीं है.
केन्द्रीय समिति की बैठक में पार्टी के महासचिव प्रकाश करात, पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य, केरल के मुख्यमंत्री वी एस अच्यूतानंद, वृंदा करात, वासुदेव आचार्य, मोहम्मद सलीम सुभाषिणी आदि ने भाग लिया.