टाइटलर के खिलाफ एक और गवाह
नई दिल्ली, 22 दिसम्बरः राजधानी की एक निचली अदालत द्वारा 1984 के सिख विरोधी दंगों में पूर्व केंद्रीय मंत्री जगदीश टाइटलर की भूमिका को लेकर मामले की पुनः जांच के आदेश के बाद एक निजी टेलीविजन चैनल ने दंगे के एक और कथित चश्मदीद गवाह को ढूंढ निकालने का दावा किया है.
देर रात प्रसारित होने वाली रिपोर्ट में चैनल ने सुरिन्दर सिंह नामक एक ऐसे व्यक्ति को ढूंढ निकालने का दावा किया है. जिसने टाइटलर की अगुवाई में उग्र भीड़ को एक नवम्बर 1984 को तीन सिखों की हत्या करते देखा था.
रिपोर्ट में कहा गया है कि जसबीर सिंह ने केवल टाइटलर को उग्र भीड को उकसाते सुना था, लेकिन उस वक्त पुलबंगश स्थित गुरुद्वारा के चौथी मंजिल पर छुपे सुरिन्दर सिंह ने वे निर्मम हत्याएं अपनी आंखों से देखी थीं. रिपोर्ट में सुरिन्दर को यह कहते हुए दिखाया गया है कि उसने जगदीश टाइटलर के नेतृत्व में एक हिंसक भीड़ को तीन सिखों की हत्या करते देखा था. वह मस्जिद के निकट खड़े होकर भीड़ को उकसाते हुए कह रहे थे " उनलोगों को मार डालो, इन लोगों ने हमारी मां की हत्या की है".
सुरिन्दर ने दावा किया कि हत्याओं के कुछ दिनों बाद टाइटलर ने उससे संपर्क किया था और दो सादे कागजों पर हस्ताक्षर करने के लिए दबाव बनाया था. कथित गवाह ने कहा कि मैंने पुलिस को बताया कि मेरी जान को खतरा है, लेकिन पुलिस ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया. उसने कहा कि वह आज भी टाइटलर से खतरा महसूस कर रहे हैं.
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सुरिन्दर सिंह नानावटी आयोग के समक्ष सुनवाई के दौरान गवाही से मुकर गया था, क्योंकि उसपर बहुत ही दबाव था.रिपोर्ट के अनुसार सुरिन्दर ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने पुलबंगश गुरुद्वारा के बाहर हुई हत्याओं के संदर्भ में बाड़ा हिन्दूराव पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. जिसका नंबर 316/1984 है, लेकिन उसे गवाह के रूप में कभी भी नहीं बुलाया गया. पुलिस ने केवल उनके मकान से 21 हजार 500 रुपये मूल्य की संपत्ति की लूट का मामला ही दर्ज किया.