अरुणांचल प्रदेश में अपार जल विद्युत संभावनाएं
ईटानगर
22
दिसंबर:
अरुणांचल
प्रदेश
के
मुख्यमंत्री
दोरजी
खंडू
ने
कहा
कि
धनाभाव
तथा
अन्य
बाधाओं
के
कारण
राज्य
की
अपार
जल-विद्युत
संभावनाओं
का
सफलतापूर्वक
दोहन
नहीं
हो
पा
रहा
है.
यहाँ
प्रधानमंत्री
कार्यालय
के
केन्द्रीय
राज्य
मंत्री
पृथ्वीराज
चौहान
से
भेंट
के
दौरान
उन्होंने
यह
बात
कही.
श्री चौहान से भेंट करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य का 82 प्रतिशत क्षेत्रफल वनों से घिरा हुआ है, जिससे कि 75,000 से 80,000 मेगावाट विद्युत का उत्पादन संभव है.
उन्होंने कहा कि हालांकि राष्ट्रीय विद्युत शक्ति निगम (एन.एच.पी.सी.), पूर्वोत्तर विद्युत शक्ति निगम (एन.ई.ई.पी.सी.ओ.) तथा अन्य निजी कंपनियाँ भी राज्य में कई परियोजनाओं पर कार्य कर रहे हैं, फिर भी संसाधनों का दोहन अभी नहीं हो पा रहा है. श्री खंडू ने केन्द्रीय राज्य मंत्री से राज्य के विकास के लिए चल रही इन परियोजनाओं में तेजी लाने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया.
कांग्रेस
पार्टी
के
वयोवृद्ध
नेता
ओ.एम.देवरी
को
अंतिम
श्रद्धांजलि
अर्पित
करने
के
लिए
प्रधानमंत्री
श्री
मनमोहन
सिंह
तथा
कांग्रेस
पार्टी
अध्यक्षा
श्रीमती
सोनिया
गाँधी
की
ओर
से
प्रतिनिधि
के
तौर
पर
श्री
चौहान
यहाँ
की
यात्रा
पर
पधारे
थे.