महारानी एलिजाबेथ II ब्रिटेन की वृद्धतम शासिका बनीं
लंदन
21
दिसंबर:
इंग्लैंड
की
महारानी
एलिजाबेथ
द्वितीय
ब्रिटेन
के
इतिहास
में
सर्वाधिक
आयु
तक
जीवित
रहने
वाली
शासिका
बन
चुकी
हैं.
21
अप्रैल,
1926
को
जन्मी
महारानी
एलिजाबेथ
की
ताजपोशी
फरवरी
1952
में
की
गई,
जब
उनकी
आयु
25
वर्ष
थी.
इतने वर्षों में 81 वर्षीया महारानी अनेकों घटनाओं की साक्षी रही हैं, जिनमें प्रिंस एडवर्ड तथा उनकी पत्नी सोफी के पुत्र के जन्म के साथ उनकी तीसरी पीढ़ी के 8वें सदस्य का जन्म तथा 1997 में उनकी पुत्रवधू राजकुमारी डायना की कार दुर्घटना में हुई मृत्यु शामिल है. इस दौरान महारानी को कई रोचक उपहार भी मिले जिनमें एक तेंदुआ, एक ऊदबिलाव तथा एक हाथी भी शामिल है.
अपने अभी तक के जीवनकाल में वे जुलाई 2002 में लिंकनशायर में एक मस्जिद का भ्रमण कर चुकी हैं. वे ब्रिटेन तथा राष्ट्रमंडल देशों में विभिन्न लोगों को लगभग 1,00,000 टेलीग्राम संदेश भेज चुकी हैं तथा 23 जहाजों का उद्घाटन कर चुकी हैं. महारानी को अश्वपालन में काफी रुचि है तथा शाही अश्व ब्रिटेन की लगभग सभी घुड़दौड़ प्रतियोगिताओं में जीत हासिल कर चुके हैं.
महारानी शाही कबूतर दौड़ संघ की संरक्षक भी हैं तथा उनके कबूतरों में से एक का नाम सैंड्रिंघम लाइटिंग है.1952 से अभी तक वे 3,87,700 से अधिक उपाधियाँ तथा पुरस्कार वितरित कर चुकी हैं, तथा वे ब्रिटेन के इतिहास में ऐसी इकलौती राष्ट्रप्रमुख हैं जिन्हें स्पार्क प्लग बदलने का विधिवत प्रशिक्षण प्राप्त है.
उनकी
शाही
पदवी
के
कारण
उन्हें
किसी
भी
पासपोर्ट
अथवा
ड्राइविंग
लाइसेंस
की
आवश्यकता
नहीं
है
तथा
उनके
पास
इन
दोनों
में
से
कोई
भी
नहीं
है.
साथ
ही,
वे
विश्व
के
सबसे
बड़े
और
शानदार
निजी
कला
संग्रह
की
मालकिन
हैं.