झारखंड में अविश्वास प्रस्ताव गिरा
रांची,
19
दिसंबरः
झारखंड
की
15
माह
पुरानी
संयुक्त
प्रगतिशील
गठबंधन
समर्थित
मधु
कोड़ा
सरकार
के
खिलाफ
राष्ट्रीय
जनतांत्रिक
गठबंधन
द्वारा
लाया
गया
अविश्वास
प्रस्ताव गिर
गया.
छह घंटे से अधिक समय तक चली बहस के बाद विधानसभा अध्यक्ष आलमगीर आलम ने प्रस्ताव का समर्थन करने वाले सदस्यों को खड़े होने के लिए कहा. इस पर 33 सदस्य खड़े हुए जबकि 41 सदस्य सदन में बैठे रहे. विपक्ष के नेता अर्जुन मुंडा और चार अन्य ने कोड़ा सरकार के खिलाफ शनिवार को अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था.
इस प्रस्ताव का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री कोड़ा ने कहा कि उनकी सरकार को यूपीए के सभी सदस्यों का समर्थन प्राप्त है. उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार ने अपने 15 महीने के कार्यकाल में लोकतंत्र की मौलिकता को स्थापित करने का प्रयास किया है. राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द को कायम किया है और अब तक उनके कार्यकाल में एक भी दंगा नहीं हुआ.
कोड़ा ने कहा कि विपक्ष के सदस्य समाचार पत्रों की कुछ कतरनों को लेकर सरकार पर निराधार एवं बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं, जबकि पूर्ववर्ती एनडीए के शासन काल में अनेक वित्तीय अनियमितता को अंजाम दिया गया.
इससे पहले नेता प्रतिपक्ष अर्जुन मुंडा ने अविश्वास प्रस्ताव पर बहस की शुरुआत करते हुए कहा कि यूपीए सरकार के शासनकाल मे आम लोगों की आशा और आकांक्षा धूमिल हुई है. उन्होंने मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के सहयोगियों तथा सरकार को समर्थन दे रहे नेताओं पर भी आरोप लगाए.