2010 तक दिल्ली के पास मांग से अधिक बिजली होगी ..वालिया
नयी दिल्ली 14 दिसम्बर.वार्ता. दिल्ली के ऊर्जा मंत्री अशोक कुमार वालिया ने कहा है कि 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों तक राज्य में बिजली का कोई संकट नहीं रहेगा. क्योंकि उसके पास मांग की तुलना में अधिक बिजली हो जायेगी
डा.वालिया ने आज प्रगति मैदान में तीन दिन की ऊर्जा एशिया प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के बाद कहा कि दिल्ली और हरियाणा के बीच ज्जर में बिजली संयंत्र के लिए समौते किए गए हैं .जिसके तहत दिल्ली को 2000 मेगावाट से अधिक बिजली प्राप्त होगी 1 उन्होंने दिल्ली में बिजली वितरण के निजीकरण को सफल बताते हुए कहा कि इसके परिणामस्वप बहुत बडी राशि को सामाजिक क्षेत्र और राजधानी में बुनियादी सुविधाओं के विकास में लगाने में मदद मिली है1 बिजली निजीकरण से पहले दिल्ली विद्युत बोर्ड को 1000..1200 करोड पए की राशि बजटीय सहायता के प में मुहैया करायी जाती थी. .जिसका कुल घाटा 23 हजार करोड पए पर पहुंच गया था
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि दिसम्बर 1998 में राजधानी में बिजली की स्थिति बहुत गंभीर हो गई थी .जिसे धीरे.धीरे सुधारकर आम आदमी को संतुष्ट करने लायक बनाया गया है 1 बिजली की मांग में निरंतर हो रही बढोतरी से निपटने के उपायों के तहत डा. वालिया ने लोगों से कम खर्चीले सीएफएल बल्ब. इलैक्ट्रानिक चोक और सौर हीटर लगाये जाने की जरत बताई 1 उन्होंने कहा कि बिजली की बचत के तहत सभी सरकारी इमारतों पर इन्हें आवश्यक बनाया जा चुका है 1 अक्षय ऊर्जा के इस्तेमाल के लिए .. ऊर्जा कुशलता एवं अक्षय ऊर्जा प्रबंधन केन्द्र.. स्थापित किया गया है 1 डा. वालिया ने कहा कि ऊर्जा कुशलता और अक्षय ऊर्जा के उपयोग में योगदान देने के लिए रविवार को आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री शीला दीक्षित व्यक्तिगत. संस्थानों और संगठनों को सम्मानित करेगीं 1 उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ऊर्जा कुशलता और इसके संरक्षण के उपायों को सवोच्च प्राथमिकता दे रही है और इसको सफल बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं और कार्यक्रम शु किए गए हैं
प्रदर्शनी में ऊर्जा की बचत और इसके समाधान के विभिन्न उपकरणों को प्रदशित किया गया है .जो बिजली उपभोक्ताओं को लागत प्रभावी तरीके से उनकी जरतों को पूरा करने में मददगार होगें
मिश्रा संजीव समरेन्द्र मनोरंजन 1908 वार्ता.