अमरीकी मंदी का भारतीय आईटी उद्योग पर असर नहीं: कार्णिक
बेंगलूर 13 दिसंबर: साफ्टवेयर निर्यातक कंपनियों के राष्ट्रीय संगठन (नैसकाम)के अध्यक्ष किरन कार्णिक ने कल कहा कि अमरीकी अर्थव्यवस्था की मंदी का भारत के सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) उद्योग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है और 2010 तक 60 अरब डालर के निर्यात के लक्ष्य को हासिल किया जा सकेगा.
श्री कार्णिक ने दो दिवसीय आईटी वूमन लीडरशिप सम्मेलन 2007 के दौरान पत्रकारों से बातचीत में कहा 'अमरीकी अर्थव्यवस्था की मंदी और उसके भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में परस्पर विरोधी विचार व्यक्त किए गए है. कुछ लोगों का मानना है कि इससे भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत होगी वहीं कुछ को इस पर आपत्ति है. हम अमरीकी बाजार की गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं. उन्होने रूपए की मजबूती और निर्यात परिदृश्य पर इसके प्रभाव पर चिंता जताते हुए कहा कि इस पर काबू पाने के लिए केन्द्र सरकार को कुछ उपाय करने होंगे.
श्री कार्णिक ने कहा कि इस वर्ष रूपए में पिछले वर्ष के मुकाबले कम तेजी है जब रूपया डालर के मुकाबले 15 प्रतिशत मजबूत हुआ था. अगले वर्ष समाप्त हो रहे एसटीपीआई योजना के मसले पर उन्होने कहा कि वह अगले वित्त वर्ष के बजट प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए वित्त मंत्री पी चिदंबरम से होने वाली मुलाकात के दौरान इस संबंध में बातचीत करेंगे.
नैसकाम अध्यक्ष ने कहा 'उद्योग जगत अपनी क्षमता के अनुसार ही काम करेगा. कई ऐसे मसले हैं जिनपर केवल सरकार ही गौर कर सकती है. उन्होने कहा कि दूसरे देश रोजगार एवं निर्यात को बढावा देने के लिए अपने आईटी उद्योगों को व्यापक सुविधाएं दे रहे है और भारत इस तथ्य को नकार नहीं सकता.'