भाजपा में आंतरिक कलहः प्रधानमंत्री
नई
दिल्ली,
12
दिसंबरः
भारतीय
जनता
पार्टी द्वारा
प्रधानमंत्री
पद
के
लिए लाल
कृष्ण
आडवाणी
के
नाम
की
घोषणा को
प्रधानमंत्री
मनमोहन
सिंह ने
पार्टी
में
आंतरिक
कलह
का
नतीजा
बताया. उन्होंने
कहा कि
लोकसभा
में
विपक्ष
के
नेता
लाल
कृष्ण
आडवाणी
को
अगले
आम
चुनावों
में
भावी
प्रधानमंत्री
के
रूप
में
पेश
किये
जाने
का
भारतीय
जनता
पार्टी का
फैसला
पार्टी
में
आंतरिक
कलह
का
नतीजा
लगता
है.
डॉ.
सिंह
ने
कहा
कि
समाचार
पत्रों
में
प्रकाशित
खबरों
से
ऐसा
लगता
है
कि
भाजपा
के
केंद्रीय
नेतृत्व
ने
गुजरात
के
मुख्यमंत्री
नरेन्द्र
मोदी
से
भयाक्रांत
होकर
ही
इस
तरह
का
फैसला
किया
है.
वहीं शिवसेना ने भाजपा के इस फैसले का स्वागत किया है. शिवसेना सांसद संजय राऊत ने बताया कि पार्टी प्रमुख बाल ठाकरे और कार्याध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने फैसले का स्वागत किया है. जनता दल यूनाइटेड (जद यू) के वरिष्ठ नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारतीय जनता पार्टी भाजपा) का नेता चुना जाना स्वभाविक प्रक्रिया है और अटल बिहारी वाजपेयी के बाद यह भाजपा के दूसरे सबसे बड़े नेता रहे है. कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है और इस पार्टी ने आडवाणी को अपना नेता चुना है यह उसका अंदरूनी मसला है.
पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने इस घोषणा पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे देश के लिए महत्वपूर्ण और अच्छी खबर बताया है. बादल ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के निकटस्थ और विश्वस्त आडवानी ने कांग्रेस कुशासनकाल में विपक्ष को एकजुट करने में सदैव अतुलनीय योगदान दिया है. उन्होंने आडवानी को एक सुयोग्य, अत्यधिक कुशल प्रशासक बताया.जनतादल.यू. के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने कहा है कि लालकृष्ण आडवाणी के साथ उनके कई मुद्दों पर मतभेद रहे हैं लेकिन उन्हें उनके प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाये जाने पर ऐतराज नहीं है.