जंगल में परेशानी से जू रहे हैं पहाडी कोरवा
पत्थलगांव .छत्तीसगढ. 12 दिसम्बर .वार्ता. विशेष संरक्षित जनजाति केनाम पर पहाडी कोरवाओं के लिये राज्य और केन्द्र सरकारें जहां करोडोंरूपये की योजनायें चला रही हैं ्वहीं छत्तीसगढ में रायगढ जिले की धरमजयगढ तहसील का दूरस्थ पहाडी पर बसा दाहीडांढ ऐसा गाँव है ्जो सडक ् पेयजल ्् स्वास्थ्य और शिक्षा की परेशानी ेल रहा है
ग्राम पंचायत सलका के अन्तर्गत आने वाले दाहीडांढ पहुंचनेकेलिये पहाडी रास्ते पर 10 किलोमीटर का सफ्र तय करना होताहै1विशेष संरक्षित पिछडी जनजाति पहाड़ी कोरवाओं के इस गाँव मेंसरकार ने प्राथमिक स्कूल तो खोल दिया है ्लेकिन जंगली जानवरों केडर से शिक्षक सप्ताह में दो दिन ही पहुंचता है ्और वह भी कुछ घंटों के लिये
घने जंगलों तथा ऊंचें पहाड़ों के बीच बसे दाहीडांढ़ के मुखियासुनाराम ने बताया कि यहाँ कई वषो से प्राथमिक स्कूल चल रहाहै1इस स्कूल में शिक्षक सप्ताह भर में केवल दो दिन ही पढाने आताहै1शिक्षक को भी दोपहर स्कूल पहुंचने के बाद समय रहते वापस लौटनेकी चिंता रहती है ्क्योंकि घने जंगलों और पहाडी पगडण्डी के कारणयहाँ हमेशा ही भालू और अन्य जंगली जानवरों का खतरा बना रहता है
सं.शिवसुनील1622वार्ता