आदिवासी छात्रावास की 15 वर्षीय बालिका मां बनी. अधीक्षिका निलंबित
बैतूल 11 दिसंबर.वार्ता. मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के भौरा के आदिवासी छात्रावास में रहने वाली 15 वर्षीय बालिका ने आज एक पुत्र को जन्म दिया1गंभीर स्थिति होने के कारण दोनों को यहां जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है
आदिम जाति कल्याण विभाग ने इस संपूर्ण प्रकरण की जांच के आदेश देते हुये छात्रावास अधीक्षिका फूलवती बैरासी को निलंबित करदिया है1छात्रावास में प्रत्येक माह स्वास्थ्य परीक्षण होने के बावजूद छात्रा के गर्भवती होने की जानकारी सामने नहीं आने पर प्रशासन ने आश्चर्य जताया है
विभाग के सहायक आयुक्त गणेश भामर ने बताया कि संपूर्ण मामले की जांच के बाद दोषयिों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी1 उन्होंने बताया कि बालिका होशंगाबाद जिले के कोहरा गांव की निवासी है और उसे इसी वर्ष अगस्त माह में कक्षा नवीं में प्रवेश दिया गया था
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार बालिका आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा भौरा में संचालित बालिका छात्रावास में निवास कर रही थी1 उसने मंगलवार को भौरा के सरकारी अस्पताल में एक पुत्र को जन्म दिया1 स्थिति बिगडने पर दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया
स समरेन्द्र मनोरंजन 2211 वार्ता.