लखनऊ के अद्भुत बच्चे जापान जाएंगे
लखनऊ 09 दिसंबर.वार्ता. भारत का सबसे कम उम्र का बैचलर ऑफकम्प्यूटर एप्लीकेशंस .बीसीए.स्नातक शैलेन्द्र वर्मा और देश में सबसे कम उम्र में हाईस्कूल की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाली उसकी छोटी बहन सुषमावर्मा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी धाक जमाने की तैयारी में है
जापान की टोक्यो ब्राडकास्टिंग सिस्टम्स.टीबीएस. नामक एककंपनी इन बच्चों को इस महीने आयोजित होने वाले एक टेलीविजनशो के लिए टोक्यो ले जा रही है
वर्मा परिवार के इन अद्भुत बच्चों पर वृत्तचित्र बनाने के लिएटीबीएस की एक टीम आज लखनऊ में है1 एक मशहूर जापानी जादूगरके साथ इन बच्चों के साक्षात्कार वाले इस वृत्तचित्र का प्रसारण इसकम्पनी के चैनल पर किया जाएगा
शैलेन्द्र ने मात्र 14 वर्ष की आयु में ही बीसीए की डिग्री हासिलकरके देश में सबसे कम आयु में इस पाठ्यक्रम का डिग्रीधारक होने कागौरव हासिल किया है वहीं उसकी बहन सुषमा ने महज सात साल कीउम्र में 50 फीसदी अंकों के साथ दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर देश केसबसे कम उम्र में यह इम्तेहान पास करने वाले छात्रों के नाम कीफेहरिस्त में अपनी जगह बनाई है
फरवरी 2000 में जन्मी सुषमा ने माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तरप्रदेश की परीक्षा में 600 में से 354 अंक हासिल किये थे हालांकि वहप्रथम श्रेणी में आने से मात्र छह अंक पीछे रह गई थी
लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स के मुताबिक इसके पूर्व सबसे कम उम्रमें हाईस्कूल स्तरीय परीक्षा पास करने का रिकार्ड पटना के तथागतअवतार तुलसी के नाम दर्ज था जिसने मात्र नौ वर्ष की उम्र में ही दसवींकी परीक्षा उत्तीर्ण की थी
शैलेन्द्र और सुषमा के पिता तेज बहादुर वर्मा खुद को दुनिया कासबसे खुशनसीब आदमी मानते हुए गौरवान्वित महसूस करते हैं
रायबरेली के निवासी श्री वर्मा लखनऊ आ गए थे ताकि उनकी पुत्री कोआगे की पढाई जारी रखने में कोई दिक्कत न हो1 बाद में उन्हें सुषमाके स्कूल में नौकरी भी मिल गई
रंजीत.सुमन प्रेम .1730वार्ता