राजग परमाणु करार पर कांग्रेस और वामदलों को अलग करने में सफल
नयी दिल्ली 07 दिसम्बर .वार्ता. लोकसभा में विपक्ष के नेता लालकृष्णआडवाणी ने आज कहा कि अमरीका के साथ परमाणु करार औरनन्दीग्राम मामलों पर कांग्रेस और वामदलों खासकर माक्र्सवादीकम्युनिस्ट पार्टी देशवासियों की नजर में गिर गई है और राष्ट्रीयजनतांत्रिक गठबंधन राजग संसद के दोनों सदनों में उन्हें अलग. थलगकरने में कामयाब रहा है
श्री आडवाणी ने संसद के शीतकालीन सत्र के समाप्त होने केबाद यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार को परमाणु करारके मामले में आगे नहीं बढना चाहिये क्योंकि सांसदों के बहुमत नेइसका कडा विरोध किया है
उन्होंने कहा कि मई 2004 से अब तक किसी भी सत्र मेंसत्ताधारी गठबंधन की दरारें इतनी बुरी तरह से उभर कर नहीं आयीजितनी कि इस सत्र में आयी हैं राजग कांग्रेस और वामपंथियों दोनों कोअलग. अलग और संयुक्त रूप से कठघरे में खडा करने में सफल रहा है
उन्होंने कहा कि खेद की बात है कि परमाणु करार पर नियम 184 केअंतर्गत जिसमें मत विभाजन होता है. चर्चा की अनुमति नहीं दीगई1 फिर भी इस विषय पर हुई चर्चा में माक्र्सवादी पार्टी का पाखंडबेनकाब हो गया1 माक्र्सवादी पार्टी पिछले तीन वषो से ..भौंको परकाटो नहीं ..की नीति का अनुसरण करती आयी हैं
श्री आडवाणी ने कहा कि संसद में हुई बहस ने यह भी सिद्ध करदिया कि इस मामलें में कांग्रेस अलग. थलग पड गयी हैं1 यहां तक किसंप्रग गठबंधन के घटक दलों ने भी परमाणु करार का आधा. अधूरासमर्थन ही किया और उनके प्रतिनिधियों ने इसके समर्थन में केवलरस्मी और कमजोर दलीलें दी
उन्होंने कहा कि जब राजग. वामपंथी दलोंऔर संयुक्त राष्ट्रीयप्रगतिशील गठबंधन के सांसदों ने विशेष रूप से पांच दिसंबर कोराज्यसभा में विदेश मंत्री प्रणव मुखर्जी द्वारा चर्चा के उत्तर पर खडे होकरअपना असंतोष व्यक्त किया तब लगभग दो तिहाई सदन खाली होगया जो इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि करार के बारे में सदन कीभावना क्या है
निगम. उपाध्याय.संजीवरमेश1716जारी.वार्ता