अयोध्या में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
वहीं इस मामले में 15 साल में पहली बार कल केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत में गवाही हुई. अदालत ने मामले पर अगली सुनवाई के लिए 13 दिसम्बर की तिथि निर्धारित की है.
सीबीआई की विशेष अदालत में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी बंशराज के समक्ष विवादित ढांचा गिराये जाने की बरसी के एक दिन पूर्व 15 साल पहले ढ़ांचा गिराये जाने के संबंध में प्राथमिकी दर्ज करने वाले पुलिसकर्मी हनुमान प्रसाद की गवाही हुई. गत 13 नवंबर को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के अवकाश पर चले जाने के कारण गवाही टल गई थी.सीबीआई के वकील के.पी.सिंह ने अपना पक्ष रखते हुए गवाही के लिए अदालत से अनुमति मांगी. वह सातवीं बार गवाही के लिए गवाह को अदालत लेकर आये थे.
विवादित ढ़ांचा गिराये जाने के प्रमुख आरोपियों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी, विनय कटियार के अलावा विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के अध्यक्ष अशोक सिंघल, गिरिराज किशोर, विष्णुहरि डालमिया, उमा भारती और साध्वी रितंभरा शामिल हैं. इन आरोपियों के विरुद्ध सीबीआई की विशेष अदालत में आरोप पत्र दाखिल किए जा चुका है.