हर साल दो करोड़ नए रोजगार चुनौतीः मुकेश
नई दिल्ली, 3 दिसंबरः प्रमुख उद्योगपति और रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने आर्थिक विकास में निजी क्षेत्र की अहम भूमिका का जिक्र करते हुए कहा कि अगले पांच साल में दस करोड़ रोजगार के अवसर सृजित करना उसके समक्ष एक बड़ी चुनौती है.
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) और विश्व आर्थिक मंच द्वारा यहां आयोजित तीन दिवसीय भारत आर्थिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा भारत के आर्थिक विकास का मॉडल अपनी जरूरतों पर आधारित है जिसमें गरीबी उन्मूलन पर विशेष ध्यान दिया गया है.
उन्होंने कहा कि अब तक रोजगार सृजन और शिक्षा तथा कौशल विकास का काम ज्यादातर सरकार के जिम्मे ही रहता रहा है लेकिन अब निजी क्षेत्र को भी इसमें भागीदारी निभानी होगी और पहली बार रोजगार की तलाश में आने वाले 8 करोड़ लोगों के लिये रोजी रोटी की व्यवस्था करनी होगी. उनके मुताबिक अगले पांच साल तक हर वर्ष दो करोड़ रोजगार के अवसर पैदा करने होंगे.
अंबानी दूसरी मुद्राओं की तुलना में डॉलर के कमजोर पड़ने से आथिक शक्ति का झुकाव अमरीका से हटकर उभरती अर्थव्यवस्थाओं की तरफ होने और उसका भारत पर प्रभाव वाले सत्र में बोल रहे थे.
उन्होंने कहा कि दुनियाभर में राजनीतिक झुकाव के बजाय आर्थिक मजबूती को ज्यादा तरजीह दी जा रही है.अंबानी ने वैविश्वक भागीदारी की जरूरत पर जोर दिया और माना कि अमरीकी अर्थव्यवस्था में मंदी के बाजवूद डॉलर के स्थान पर किसी दूसरी मुद्रा का एकाधिकार होने में समय लगेगा.