आस्ट्रेलिया आव्रजन घोटाले में फंसे 227 भारतीय जांच के घेरे में
मेलबोर्न 03 दिसंबर.वार्ता. आस्ट्रेलियाई पुलिस ने उन 227 भारतीयों के विद्ध जांच शु की है जिन्होंने स्थायी वीजा पाने के लिये महत्वपूर्ण पांच अंकों की खातिर एक हजार डालर के बांड अनुचित ढंग से अर्जित किये हैं
तीन भारतीय वीसा आवेदक सुरक्षा एजेंसियों की निगाह में उस समय आ गये जब उनके द्वारा नेशनल आस्ट्रेलियाा बैंक .एनएबी. के प्रबंधक अक्षय बत्रा से एक.एक डालर के बांड अनुचित ढंग से हासिल किये जाने का खुलासा हुआ
इसके बाद एनएबी.विक्टोरिया प्रांत की पुलिस.आव्रजन एवंंनागरिकता विभाग तथा आस्ट्रेलियाई संघीय पुलिस ने संयुक्त प से इस घोटाले की जांच शु कर दी है जिसने बैंक आेर आव्रजन परामर्श उद्योग में खलबली मचा दी है
आस्ट्रेलियाई आब्रजन कानून में एक सितंबर 2007 तक वैध एक प्रावधान था जिसके तहत एक लाख डालर की राशि कम से कम एक वर्ष के लिए सरकारी प्रतिभूति के प में निवेश करने वाले आवेदक को पूंजी निवेश के पांच बोनस अंक प्राप्त होते है जिससे उसे स्थायी वीसा हासिल करना आसान हो जाता है
बत्रा एक पंजीकृत आव्रजनएवं शिक्षा एजेंट भी है1 उस पर 227 अन्य भारतीयों को बिना किसी या नगण्य दस्तावेजों के आधार पर कर्ज दिलाने का आरोप है
बत्रा पर मेलबोर्न स्थित एक वित्तीय दलाल राजेश नारद के साथ मिलकर इस घोटाले को अंजाम देने का आरोप है
सचिन.आकाश.ति्रपाठी1955वार्ता