हषवर्धन: शीला दीक्षित ने दिए चुनावी प्रलोभन
नयी दिल्ली 02 दिसम्बर: भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष डॉ. हर्ष वर्धन ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री शीला दीक्षित दिल्लीवासियों को चुनावी प्रलोभन दे रही है और उनकी सारी घोषणाएं खोखली हैं जो कभी पूरी नहीं होंगी.
डा. हषवर्धन ने आज यहां एक बयान में कहा कि विधानसभा चुनाव करीब देखते हुए श्रीमती दीक्षित ने दिल्लीवासियों को सस्ती बिजली देने. सस्ता राशन देने. झुग्गी वालों के लिए चार लाख मकान बनाने. पक्के छठ घाट बनवाने, अनधिकृत कालोनियों को नियमित करने, गांवों का लाल डोरा क्षेत्र बढाने आदि घोषणाएं प्रारम्भ कर दी हैं.
ऐसी घोषणाएं वह अनेक बार कर चुकी हैं परन्तु उनकी कोई भी घोषणा सच साबित नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि बिजली कटौती बदस्तूर जारी है. लोगों को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा है. एक तरफ मुख्यमंत्री कहती हैं कि लोगों को सस्ता राशन उपलब्ध कराया जाएगा. वहीं उन्होंने घोषणा की है कि वर्तमान राशन कार्डधारकों में से 40 प्रतिशत लोगों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत मिलने वाला सस्ता राशन नहीं दिया जाएगा.
बिजली कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए उन्होंने सस्ती बिजली देने का शगूफा छोडा है जबकि यूनिट खपत के अनुसार दिल्ली में पहले से ही सस्ती और मंहगी बिजली मूल्य अदा करने का सिस्टम लागू है.
डा. हषवर्धन ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री बिजली कंपनियों से आपराधिक आर्थिक सांठगांठ रखती हैं. इसी कारण वे सस्ती बिजली देने के नाम पर निजी बिजली कंपनियों को 135 करोड पए की सब्सिडी देने जा रही है. इसके पहले वे बिजली कंपनियों को 110 करोड पए की सब्सिडी की एक किश्त तथा उसके पूर्व 3450 करोड पए की सब्सिडी दे चुकी हैं. बिजली निजीकरण के दौरान उन्होंने 12500 करोड पए का घोटाला किया है. सरकारी एवं संवैधानिक संस्थाओं की सिफारिश के बाद भी वे घोटाले की जांच कराने को तैयार नहीं है.