तसलीमा ने विवादास्पद पंक्तियां हटाईं
कोलकाता,
1
दिसंबरः
हर
तरफ
से
विरोधों
का
सामना
कर
रही
बांग्लादेश
की
विवादास्पद
लेखिका
तसलीमा
नसरीन
ने
आखिर
अपने
आत्मकथात्मक
उपन्यास
से
विवादास्पद
पंक्तियों
को
हटा
लेने
का
फैसला
ले
लिया.
तसलीमा ने कहा कि, ' मैं बांग्लादेश में वर्ष 1980 के दौरान सेना द्वारा धर्मनिरपेक्षता को तिलांजलि दिए जाने से जुड़ी स्मृति के आधार पर 2002 में लिखी गई आत्मकथा ' द्विखंडिता ' की कुछ विवादास्पद पंक्तियों को वापस ले रही हूं. '
उन्होंने कहा, 'यह पुस्तक मैंने उन लोगों के समर्थन में लिखी थी जिन्होंने धर्मनिरपेक्ष मूल्यों की रक्षा के लिए संघर्ष किया. उनका इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था.'
उन्होंने
कहा
कि
भारत
में
कुछ
लोग
ऐसे
हैं
जिनकी
भावनाएं
किताब
की
कुछ
पंक्तियों
से
आहत
हुई
हैं
इसलिए
मैं
उन
पंक्तियों
को
वापस
ले
रही
हूं.
उन्होंने
आशा
जताई
कि
अब
इस
मुद्दे
पर
कोई
विवाद
नहीं
होगा
क्योंकि
वह
इस
देश
में
शांति
के
साथ
रहना
चाहती
हैं.