विदेशी मुद्रा भंडार में एक अरब डॉलर की बढ़त
मुंबई, 01 दिसम्बरः भारत विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में निरंतर अपनी स्थिति को मजबूत करते हुए एशिया में तीसरे और विश्व में चौथे स्थान पर पहुंच गया है.
रिजर्व बैंक की तरफ से 23 नवम्बर के लिए जारी विदेशी मुद्रा भंडार के आंकड़ों के मुताबिक देश में इसका सुरक्षित भंडार एक हफ्ते पहले की तुलना में एक अरब 13 करोड़ 30 लाख डॉलर और बढ़कर 272 अरब 28 करोड़ 10 लाख डॉलर के नये शिखर पर पहुंच गया. सोलह नवम्बर को समाप्त हुए सप्ताह में इस मद में 271 अरब 14 करोड़ 80 लाख डॉलर और पिछले साल 24 नवम्बर को 172 अरब 78 करोड़ 20 लाख डॉलर के बराबर राशि थी.
विश्व में भारत से अधिक विदेशी मुद्रा वाले देशों में चीन (1434अरब डॉलर), जापान सितम्बर में (954 अरब डॉलर) और रुस (460 रब डॉलर) का स्थान है. विश्लेषकों का मानना है कि डॉलर के मुकाबले रुपए की मजबूती को रोकने के लिए रिजर्व बैंक के विनिमय बाजार में हस्तक्षेप से विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी हुई है.
आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां पहले के 262 अरब 90 करोड़ 10 लाख डॉलर से बढ़कर 264 अरब तीन करोड़ दस लाख डॉलर पर पहुंच गई. पिछले साल आलोच्य अवधि में यह राशि 166 अरब छह करोड़ 10 लाख डॉलर थी.
सोना और विशेष निकासी अधिकार के कोष की राशि क्रमश सात अरब 81 करोड़ 10 लाख डॉलर और तीस लाख डॉलर पर टिकी रही. पिछले साल इन मदों में क्रमश छह अरब छह करोड़ 80 लाख तथा 10 लाख डॉलर के बराबर विदेशी मुद्रा थी.
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के पास किश्त के रुप में सुरक्षित राशि पहले के 43 करोड़ 30 लाख डॉलर से बढ़कर 43 करोड़ 60 लाख डॉलर हो गई . जो पिछले साल 65 करोड 20 लाख डॉलर ही थी.