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समिति ने रेलवे के परियोजना प्रबंध पर टिप्पणी करते हुये लिखा हैकि काम में विलंब के कारण दस वर्ष से ज्यादा पुरानी परियोजनाओं कीलगात 5700 करोड से बढ कर 17300 करोड रुपये हो गयी 1 लेकिनरेलवे मंत्रालय ने 2005..06 के निर्माण कार्यक्रम में इन परियोजनाओंमें अमान परिवर्तन के कायो के लिये 690 और नयी लाइनों के काम केलिये 652 करोड रुपये आवंटित किये है1 समिति ने इस राशि को कामके हिसाब से ..सूक्षम. बताया है1 समिति का कहना है कि इस आवंटन का यही हिसाब रहा तो अमान परिवर्तन के कामों में 15 वर्ष तथा नयी लाइनें बिछाने में 38 वर्ष और लग जायेंगे1 समिति ने यह भी कहा है कि 2006..07 में इन परियोजनाओं काबजट काफी बढाया गया पर यह वृदि्ध भी इन परियोजनाओं कोव्यावहारिक समय और लगत के अंदर पूरा करने के लिये पर्याप्त नहीं है1 समिति ने कहा हे कि किसी भी परियोजना को सफलतापूर्वक पूराकरने के लिये उसकी निगरानी बेहद जरुरी है1 पर समिति को मजबूरी में यह कहना पड रहा है कि रेलवे बोर्ड निगरानी के काम में सतर्क नहींहै1 रेल मंत्रालय और रेलवे बोर्ड ऐसी परियोजनाओं को जोनल रेलों. परछोड देता है पर बोर्ड या मंत्रालय के स्तर पर उनकी प्रगति की निगरानीकी कोयी व्यवस्था नहीं की जाती 1 परियोजनाओं की मानिटरिंग केलिये रेलवे ने अब नये विकसित प्रोजेक्ट मैनेजमेंट इन्फारमेशन सिस्टम .पीएमआयीएस. को लागू करने की बात की है1 जो कंप्यूटर और इंटरनेट सूचना प्रौद्योगिकी पर आधारित है1 समिति ने कहा है कि वह इस रिपोर्ट को पेश करने के तीन माह के अंदर पीएमआयीएसप्रणाली की दक्षता को भी परखना चाहेगी 1 समिति ने रेलवे जोनों केलिये मानिटरिंग के कडे कोड लागू करने को कहा है
मनोहर.संजीव.राणा 1528वार्ता