ज्ञान का मुक्त प्रवाह जरुरीः प्रधानमंत्री
नई दिल्ली, 28 नवम्बरः जिस बच्चे ने बिजली की सुविधा से महरुम गांव में आंखें खोली हो उसका कैम्ब्रिज जैसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय के साथ नाम जुड़ना उस उपलब्धि से भी बड़ा है जिसके मैंने कभी सपने संजोए थे. ये बातें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज यहां कही.
प्रधानमंत्री ने अपने "सात रेसकोर्स" स्थित सरकारी आवास पर "डॉ. मनमोहन सिंह कैम्ब्रिज स्कॉलरशिप की घोषणा" के अवसर पर कहा कि इस छात्रवृत्ति के सहारे उनकी तरह सामान्य परिवार से संबंध रखने वाला व्यक्ति कहीं भी अध्ययन कर सकता है. यह छात्रवृत्ति सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तीकरण की दिशा में कारगर साबित होगी.
डॉ. सिंह ने कहा कि यही कारण है कि सरकार ने छात्रवृत्ति का दायरा बढ़ाने, खासकर समाज के कमजोर तबके के बच्चों और युवाओं पर विशेष ध्यान दिया है. उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों के छात्रों को छात्रवृत्ति देना उन देशों और भिन्न-भिन्न समुदायों के बीच संबंध मजबूत करने का महत्वपूर्ण जरिया भी बनेगा.
उन्होंने कहा कि हजारों भारतीय छात्र शिक्षा के लिए विदेश जाते हैं लेकिन उनकी दिली ख्वाहिश है कि दूसरे देशों के विद्यार्थी भी अध्ययन के लिए भारत आएं. उन्होंने कहा कि हमारा समाज ज्ञान आधारित समाज है और हमें सीमाओं के आरपार ज्ञान का मुक्त प्रवाह करना चाहिए.