मंहगाई और किसानों दुर्दशा पर लोकसभा चिंतित
नयी दिल्ली 28 नवम्बर.वार्ता. देश में बढती महंगायी और किसानों कीसमस्याओं पर लोकसभा में विभिन्न दल के सदस्यों ने आज चिंता व्यक्तकरते हुये सरकार से आग्रह किया कि आर्थिक नीतियां इस तरह बनायीजायें. जिससे देश में आर्थिक गैर बराबरी नहीं बढे
वर्ष 2007..08 की अनुपूरक अनुदान मांगों तथा 2005.. 06 कीअतिरिक्त अनुदान मांगों पर चर्चा को आज आगे बढाते हुये कांग्रेस केके.एस. राव ने कहा कि किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य नहींमिल रहा है. जिससे कृष िक्षेत्र की हालत शोचनीय है1 उन्होंने गेहूं कीतरह धान का समर्थन मूल्य एक हजार पये प्रति क्विंटल तय किये जानेकी मांग की
माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पी. कणाकरण ने कहा कि सरकारकी खाद्य नीति असफल हो गयी है तथा खाद्यान्न की कीमतों मेंबेतहाशा वृदि्ध हुयी है1 उन्होंने किसानों के लिये पेंशन योजना बनायेजाने की मांग की
समाजवादी पार्टी के रामजीलाल सुमन ने कहा कि सरकार कीआर्थिक नीतियों से आम आदमी को कोई फायदा नहीं पहुंचा है
जनता दल.एस. के एम. शिवन्ना ने कहा कि गांवों में आधारभूतढांचे का अभाव है जिसके कारण वहां पर्याप्त मात्रा में निवेश नहीं होरहा है1 उन्होंने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाये जाने की मांग की
चर्चा में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सी.के. चन्द्रप्पन और राष्ट्रीयजनता दल के विजयकृष्ण ने भी अपने विचार व्यक्त किये
सुफल समरेन्द्र जगबीर1618वार्ता