संसद. परमाणु समौता चर्चा पांच लोस..
र्ा पांच लोस.. श्री वेंकटपति ने एन पी टी पर हस्ताक्षर नहीं करने के बावजूद भारतसे अमरीका के इस समौते को महत्वपूर्ण बताया और कहा किपाकिस्तान भी ऐसी ही शतो पर उससे समौता करने को लालायित है
परमाणु करार पर भाजपा के विरोध को .गिरगिट की तरह रंगबदलने. की उसकी प्रवृत्ति का परिचायक बताते हुये उन्होंने याददिलाया कि भाजपा नीत पूर्ववर्ती सरकार ने अमरीका से ऐसे हीसमौते की पहल की थी1 जबकि भाजपा नीत विपक्षी राष्ट्रीयजनतांत्रिक गठबंधन की घटक शिवसेना के अनंत गुढे ने उच्चतमन्यायालय के एक न्यायाधीश के वक्तव्य के हवाले से कहा कि संसद केअनुमोदन के बिना परमाणु करार न केवल लोकतांत्रिक. बल्किअसंवैधानिक भी होगा
श्री गुढे ने चीन अमरीका के बीच 123 समौते से इस करार का फर्कबताते हुये कहा कि चीन को समौता टूटने पर अंतर्राष्ट्रीय अदालत मेंजाने का भी हक है और उसके समौते को सम्बद्ध देशों के घरेलूकानून से मुक्ति प्राप्त है. जबकि भारत को ये सुविधाएं प्राप्त नहीं है
उन्होंने कहा कि भारत अमरीका परमाणु करार वास्तव में .दिव्पक्षीयनहीं. बल्कि अमरीका के हित में एकतरफा समौता. है
बीजू जनता दल के भतृहरि मेहताब ने परमाणु करार पर वाम दलों केविरोध को .केवल अमरीका विरोधी विचारधारात्मक ढि. का नतीजाबताते हुये व्यंग्य किया कि पिछले साठ वषो में इन दलों की मानसिकतामें संप्रभुता के लिये पर्याप्त सम्मान पैदा हो गया लगता है1 उन्होंने कहाकि संप्रभुता को लेकर वाम आशंकाएं .यथार्थ पर नहीं. बल्कि अमरीकाकी दुश्मन छवि. पर आधारित है1 उन्होंने .हाइड कानून. को भारत केसामरिक कार्यक्रमों में दखलंदाजी नहीं करने वाला बताया और यह भीकहा कि इस करार के जरिये अमरीका ने प्रकारांतर से हमें परमाणु शक्तिभी मान लिया है. लेकिन परमाणु सामग्री के बारे में प्रधानमंत्रीमनमोहन सिंह के 17 अगस्त 2006 तथा गत 13 अगस्त के वक्तव्योंको परस्पर अंतर्विरोधी बताते हुये उन्होंने इस पर स्पष्टीकरण भी मांगा
बीजद नेता ने सरकार को भारतीय हितों की रक्षा सुनिश्चित करनेके लिये परमाणु ऊर्जा कानून में संशोधन करने और करार पर एक संयुक्तसंसदीय समिति गठित करने का सुाव भी दिया
राजेश समरेन्द्र जगबीर1800जारी वार्ता