कीमतें बढने का फायदा किसान को मिलना चाहिये
नयी दिल्ली 27 नवम्बर. वार्त. वाणिज्य राज्यमंत्री जयराम रमेश नेआज माना कि कृष िपैदावार की बाजार में कीमत बढने तथा निर्यात से होने वाले लाभ का फायदा किसानों तक नहीं पहुंच पाता है औरइसके लिये कोयी नीति होनी चाहिये 1 श्री रमेश ने लोकसभा में पूरक प्रश्नों के जवाब में सदस्यों की इसचिंता से सहमति जतायी कि कृष िपैदावार की बाजार में कीमत बढनेका लाभ दुकानदारों और बिचौलियों को ही मिलता है और किसानों तक नहीं पहुंचता 1 इसी तरह निर्यात से होने वाला फायदा भीनिर्यातक एजेंसी को ही मिलता है1 उन्होंने स्वीकार किया कि ऐसीनीति होनी चाहिये कि यह फायदा किसानों तक पहुंचे लेकिन उनकाकहना था कि यह कृष िक्षेत्र का एक बडा मुद्दा है और सिर्फ उनकामंत्रालय अकेले इस बारे में कोयी फैसला नहीं कर सकता1 उन्होंने दावा किया कि सरकार प्याज के निर्यात को नियंत्रित करदेश में उसकी कीमतों में कमी लाने में कामयाब रही है1 उन्होंने बताया कि इस समय प्याज का थोक मूल्य साढे सात रुपये से साढे आठ रुपयेतक है और खुदरा मूल्य 12 रुपये से 16 रुपये प्रति किलो के बीच है
उन्होंने बताया कि प्याज का निर्यात करीब 17 रुपये किलो के भाव से किया गया 1 यह काम मुख्यत सहकारी संस्थाओं की आेर से किया गया इसलिये इसका लाभ किसानों तक भी पहुंचता है1 श्री रमेश ने कहा कि सरकार प्याज की कीमतों पर निरंतर नजर रखे हुये हैं1 उन्होंने भाजपा के श्री विजय कुमार मल्होत्रा के सवाल पर चुटकी लेते हुये कहा कि उन्हें यह जानकारी है कि प्याज की कीमतेंबढने का राजनीतिक असर भी पडता है 1998 में भाजपा को इसेेलना पडा था1 उन्होंने बताया कि देश में प्याज का उत्पादन 65..66 लाख टन के करीब है लेकिन श्री मल्होत्रा का कहना था कि कृष िमंत्रालय केअनुसार यह 92 लाख टन है1 श्री रमेश ने स्वीकार किया कि नेफेड तथा कृष िमंत्रालय के पैदावार अनुमानों में फर्क है और कहा कि इस बारे में ध्यान दिया जायेगा1 उन्होंने बताया कि 2005..2006 में नौ लाख 60 हजार 507 टन तथा 2006..07 में 13 लाख 78 हजार 373 टन प्याज का निर्यातकिया गया
उनियाल.संजीव.राणा 1337वार्ता